नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली द्वारा आज रॉफेल डील पर पलटवार किये जाने का एक इंटरव्यू के दौरान बखूबी जवाब देते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली के लिए यह कहना ऑफसेट सौदे का हिस्सा नहीं है, सरासर गलत है।
उन्होंने कहा क्योंकि रक्षा खरीद नीति (डिफेंस प्रोक्योरमेंट पॉलिसी) बहुत स्पष्ट है। विक्रेता (वेंडर) को अधिसूचित करना होता है कि ऑफसेट जिम्मेदारियों को कैसे पूरा किया जाएगा।
आनंद शर्मा के अनुसार डीपीपी का कहना है कि रक्षा क्षेत्र से जुड़ी अनुभवी पीएसयू को ही रखा जाता है, जो केवल एचएएल के पास है। उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि किस आधार पर एचएएल को राफेल डील से बाहर कर दिया गया।
ज्ञात हो कि आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राफेल के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और राफेल डील के बारे में विस्तार से बताते हुये कांग्रेस पर निशाना साधा। जेटली ने राहुल गांधी और कांग्रेस के सारे आरोपों का एक-एक करके न सिर्फ जवाब दिया है, बल्कि पलटवार भी किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश की सुरक्षा से खेलने की आदत बन चुकी है।