लखनऊ। प्रदेश सरकार ने बेटियों की सुरक्षा को लेकर अपने सख्त इरादों से उस वक्त बखूबी वाकिफ करा दिया जब जनपद मेरठ में हाल ही में एक किशोरी को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के आरोपियों से सांठगांठ को लेकर आज दो सिपाहियों को निलंबित कर उनके खिलाफ बर्खास्तगी तक की संस्तुती कर दी गई है।
गौरतलब है कि मेरठ के सरधना थाना क्षेत्र में लड़की को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में आरोपी से मिलीभगत कर गिरफ्तारी से बचाने के प्रयास करने वाले थाना लिंक रोड में तैनात दो सिपाहियों को एसएसपी ने जांच के बाद निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ थाना लिंक रोड में मामला दर्ज करने के भी आदेश दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, सरधना की रहने वाली नाबालिग लड़की ने खुद को आग के हवाले कर दिया था, जिसके कारण वह 70 प्रतिशत जल गई थी। उसे ऐसा करने के लिए उकसाने का आरोप मेरठ के गांधीनगर में रहने वाले राहुल सैनी पर लगा था। पीड़िता के परिजनों ने थाना सरधना में रोहित सैनी पर नाबालिग को आत्महत्या के लिए उकसाने व 148, 307, 323, 504, 506 सहित पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज कराया था।
वहीं इसके बाद आरोपी रोहित सैनी ने अपने फूफा चमन सैनी और उनके एक अन्य दोस्त के साथ मिलकर थाना लिंक रोड में तैनात सिपाही जयगोविंद और रामगोपाल के साथ सांठ-गांठ कर ली। मामले की जानकारी होते हुए भी दोनों सिपाहियों ने रोहित सैनी को लिंक रोड थाने से पकड़कर आबकारी धाराओं में जेल भेज दिया। इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने मामले की जांच क्षेत्रीय अधिकारी साहिबाबाद राकेश नरायण मिश्र को सौंप दी।
जबकि जांच के दौरान सीओ साहिबाबाद ने सिपाही जयगोविंद और रामगोपाल को दोषी पाया। उन्होंने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी। जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने तुरंत दोनों सिपाहियों को निलंबित करते हुए थाना लिंक रोड में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। साथ ही दोनों सिपाहियों की बर्खास्तगी के लिए शासन को रिपोर्ट भी भेजी गई है।