लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाल के उत्तराखण्ड प्रवास के दौरान लोगों में जहां उनके प्रति भारी उत्साह देखने को मिला वहीं उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखण्ड में भी पार्टी और अखिलेश का वर्चस्व देखने को मिला। ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 30 एवं 31 अगस्त को उत्तराखण्ड में मौजूद रहे।
गौरतलब है कि रूद्रपुर में अखिलेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता की। बड़ी संख्या में पत्रकारों की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के विस्तार के लिए यहां अनुकूल वातावरण दिखाई दिया। समाजवादी पार्टी की अब जमींन संगठन से लेकर सदन तक दिखाई देगी। राज्य में पार्टी सिंबल साइकिल पर निकाय चुनाव में भी पार्टी प्रत्याशी उतारेगी। अब उत्तराखण्ड पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
वहीं उन्होंने भावनात्मक रूप से पहाड़ से जुड़ाव जताते हुए पुराने रिश्तों की बात की। इस प्रवास के दौरान जनसैलाब उमड़ पड़ा। एयरपोर्ट से रूद्रपुर तक 25 किलोमीटर की यात्रा में हर तरफ उनके स्वागत के लिए घंटों से लोग खड़े रहे। कार्यकर्ताओं में उनके साथ सेल्फी लेने की भी होड़ हो गई। उन्हें पंचवटी, परिजात, रूद्राक्ष के पौधे भेंट किए गए।
इस प्रवास के दौरान पहाड़ में समाजवादी पार्टी को मजबूत करने पहुंचे थे इसलिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के शासनकाल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएं और नोटबंदी के नुकसानए बेकारी, मंहगाई के मुद्दे भी जोरदार ढंग से उठाए। उन्होंने युवाओं से समाजवादी आंदोलन से जुड़ने का आह्वान किया।
जनपद ऊधमसिंह नगर, रूद्रपुर में अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में उत्तराखण्ड के लोगों पर भरोसा जताते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में समाजवादी पार्टी तीसरी ताकत बनना चाहती है। दो दिनों तक कार्यकर्ताओं से भेंट के पश्चात् यह धारणा मजबूत हुई है कि लोकसभा के बाद विधानसभा का चुनाव पूरी ताकत से लड़ा जाएगा।