लखनऊ! एससी-एसटी कानून के विरोध में सवर्ण समुदायों के राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान पर प्रदेश में गुरूवार को आम जनजीवन लगभग सामान्य रहा. अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है. गोंडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एससी-एसटी कानून के विरोध में बंद पर कहा कि भारत बंद का कोई मतलब नहीं है, लोगों की अपनी भावनाएं हैं, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है. वह आज गोंडा जिले के उमरी बेगमगंज में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस देश के प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा, खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है. हमने जाति एवं धर्म के आधार पर कभी राजनीति नहीं की. समाज के दबे कुचले लोगों को संरक्षण देने के लिए यह कानून बनाया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसका किसी भी तरह से दुरुपयोग न हो. इससे पहले जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नाव पलटने, सर्प दंश, बोरवेल में गिरने, सीवेज सफाई के दौरान, जंगली जानवरों के हमले के दौरान मौत होने पर भी चार लाख रुपये की तत्काल सहायता देने का निर्णय लिया है.
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर उन्होंने विस्तृत विचार विमर्श के उपरांत विकास कार्य कराये जाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी क्षेत्र को उपेक्षित नहीं रहने देगी. मऊ, बलिया और सोनभद्र संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार जिलों में कुछ स्थानों पर दुकानें आदि बंद रही लेकिन कहीं से किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है.