इलाहाबाद!. तीर्थराज प्रयाग में गंगा और यमुना के जलस्तर में पिछले 24 घंटों के दौरान तेजी से हो रहे उफान से निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जिंदगी एक बार हलाकान होने लगी है. गंगा और यमुना के जलस्तर में 21: 35: और 63 सेंटीमीटर वृद्धी दर्ज किया गया है और दोनो नदियां चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही हैं.
उत्तराखण्ड और मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बरसात के कारण वहां के बांधो से पानी छोडे जाने से एक बार फिर गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा. उत्तराखण्ड में बारिश से टिहरी और नरौरा से पानी छोड़े जाने पर गंगा और मध्य प्रदेश में बरसात से केन और बेतवा नदी का पानी यमुना में पहुंचने लगा है और झांसी स्थित माताटीला से पानी छोड़े जाने पर यमुना के जलस्तर में एक बार फिर उफान शुरू हो गया.
सिंचाई विभाग बाढ़ खण्ड के अधिशाषी अभियंता मनोज सिंह का कहना है कि उत्तराखंड में बरसात हो रही है और टिहरी तथा नरौरा बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण एक बार फिर नदियों का जलस्तर के साथ मध्य प्रदेश की केन एवं बेतवा नदियों का पानी यमुना में आने से उफान शुरू हो गया. सिंह ने बताया कि गंगा और यमुना का जलस्तर प्रति घंटे चार सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि जिस रफ्तार से गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है, उसे देखकर लगता है कि गंगा इस बार प्रयाग के काेतवाल कहे जाने वाले बड़े हनुमान जी को स्नान कराने के बाद ही दम लेंगी.
बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी जारी है. सुबह आठ बजे गंगा फाफामऊ में 21 सेंटीमीटर, छतनाग में 45 सेंटीमीटर और नैनी में यमुना के जलस्तर में 63 सेंटींमीटर वृद्धि दर्ज की गयी है. फाफामऊ में गंगा का जलस्तर शनिवार को सुबह आठ बजे जलस्तर क्रमश: 81.44 मीटर, छतनाग में 80.44 और नैनी में यमुना का जलस्तर 81.13 मीटर दर्ज किया गया.