मुंबई! देशभर में आज से गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो गई है. महाराष्ट्र समेत पूरे देश में विध्नहर्ता गणपति की स्थापना हो रही है. ये उत्सव 10 दिनों तक चलेगा. गणेशोत्सव को पूरे उमंग और उल्लास के साथ देशभर में मनाया जाता है. गणेश उत्सव की शुरुआत सबसे पहले महाराष्ट्र से हुई. गणेश चतुर्थी के दिन से इसका आरंभ होता है और फिर 11वें दिन यानी अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ इसका समापन होता है. भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. शिव पुराण में इस बात का उल्लेख मिलता है कि इस त्योहार को मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है.
भारत के दक्षिण और पश्चिम राज्यों में इस त्योहार की विशेष धूमधाम रहती है. भारत में जब पेशवाओं का शासन था, तब से वहां गणेश उत्सव मनाया जा रहा है. सवाई माधवराव पेशवा के शासन में पूना के प्रसिद्ध शनिवारवाड़ा नामक राजमहल में भव्य गणेशोत्सव मनाया जाता था. जब अंग्रेज भारत आए तो उन्होंने पेशवाओं के राज्यों पर अधिकार कर लिया. तब से वहां इस त्योहार की रंगत कुछ फीकी पड़ना शुरू हो गई. लेकिन कोई भी इस परंपरा को बंद नहीं करवा सका.