भोपाल। देश भर में संरक्षण के नाम पर भक्षण के खेल लगातार सामने आते जा रहे हैं इसी क्रम में अब मूक-बधिर बच्चों से दुष्कर्म और अप्राकृतिक कृत्य का सनसनीखेज मामला सामने आया है। होशंगाबाद और बैरागढ़ के साईं विकलांग अनाथ आश्रम के 6 मूक-बधिर बच्चों ने आश्रम संचालक पर ये आरोप लगाया है। वे सामाजिक न्याय विभाग के दफ्तर में पहुंचकर धरने पर बैठे हैं। इधर मामले का खुलासा होने पर कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा भी यहां पहुंच गई हैं।
जानकारी के मुताबिक साईं विकलांग अनाथ आश्रम की 2 मूक-बधिर लड़कियां और 4 लड़के सामाजिक न्याय विभाग पहुंचे और उन्होंने आश्रम संचालक पर लम्बे समय से दुष्कर्म और शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।इस आश्रम के होशंगाबाद और बैरागढ़ में सेंटर हैं। युवतियों ने आश्रम संचालक एमपी अवस्थी पर जहां दुष्कर्म के आरोप लगाए वहीं लड़कों ने लम्बे समय से शारीरिक प्रताड़ना और अप्राकृतिक कृत्य के आरोप लगाए। ये बच्चे एक सामाजिक कार्यकर्ता श्रद्धा शर्मा के साथ यहां पहुंचे हैं। इन बच्चों ने रो-रोकर अपने साथ हुई ज्यादती की कहानी बयां की।
इन बच्चों ने बताया कि उनके साथ होशंगाबाद और बैरागढ़ के आश्रमों में दुष्कर्म होता था। संचालक लम्बे समय से इनका शोषण कर रहा है। इस मामले की साल 2017 में होशंगाबाद में रिपोर्ट भी हो चुकी है, लेकिन संचालक के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हुए पुलिस ने उस समय इस आश्रम को देखने वाली कविता मीणा को हिरासत में लिया था।
मूक-बधिर बच्चों के साथ हुई इस सनसनीखेज घटना की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस नेता शोभा ओझा सामाजिक न्याय विभाग पहुंच गई हैं। साथ ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी यहां पहुंचे हैं।
बच्चों की शिकायत को लेकर शोभा ओझा ने IG से फोन पर बात की। IG ने उन्हें आश्वस्त किया है कि पूरे मामले की भोपाल में ही ज़ीरो पर कायमी होगी और मामले को संबंधित थानोंं को कार्रवाई के लिए सौंपा जाएगा।
उधर बैरागढ़कला स्थित साईं विकलांग अनाथ आश्रम में नियमित रूप से विकलांगो को पढ़ाने का काम हुआ। पूरे मामले को लेकर जब इस बारे में आश्रम संचालक एमपी अवस्थी से बात की गई तो उन्होंने पूरे मामला को झूठा बताया। साथ ही कहा कि होशंगाबाद में आश्रम 3 साल पहले बंद कर दिया गया है।