ऐसे समय में जब देश में अमीर- गरीब के बीच खाई पाटने को लेकर नीति-निर्माता माथापच्ची कर रहे हैं, वैसे वक्त में एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एक हजार करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति रखने वाले अमीरों की संख्या 34 फीसदी बढ़ गयी है. इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी सबसे ऊपर हैं.
मंगलवार को जारी बार्कलेज-हुरुन इंडिया की अमीरों की सूची के अनुसार, एक हजार करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति रखने वाले लोगों की संख्या 2018 में 831 पर पहुंच गयी. अमीरों की यह संख्या 2017 के अमीरों की तुलना में 214 अधिक है. आईएमएफ की अप्रैल, 2018 में जारी आंकड़ों के हवाले से इसमें कहा गया है कि इन लोगों की नेटवर्थ 719 अरब डॉलर है, जो देश के 2,850 अरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का एक चौथाई है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस सूची में सबसे टॉप पर हैं. सूची में सबसे अधिक 233 अमीर मुंबई से हैं. मुंबई में जहां सबसे ज्यादा झुग्गी बस्तियां हैं, वहीं अंबानी के अंटालिया जैसे आलीशान बंगले भी हैं. दिल्ली एनसीआर से सूची में 163 तथा बेंगलुरू से 70 अमीर शामिल हैं. हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य शोधार्थी अनस रहमान जुनैद ने कहा कि अमीरों की सूची में शामिल होने वाले नये लोगों की संख्या के आधार पर भारत सबसे तेजी से वृद्धि करता हुआ देश है.
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में यहां 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति वाले धनाढ्यों की संख्या करीब दोगुनी होकर 339 से बढ़कर 831 तक पहुंच गयी. ओयो रूम्स के 24 वर्षीय ऋषभ अग्रवाल सूची में शामिल सबसे युवा अमीर हैं, जबकि एमडीएच मसाला के 95 वर्षीय धरमपाल गुलाटी सबसे बुजुर्ग. सूची में शामिल महिलाओं की संख्या भी 157 फीसदी बढ़कर 136 पर पहुंच गयी है.