नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने अपनी मुहिम के तहत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और रतन टाटा के बाद अब नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी को अपने कार्यक्रम का न्योता भेजा है। माना जा रहा है कि इस बार विजयादशमी के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में सत्यार्थी मुख्य अतिथि हो सकते हैं। इस कार्यक्रम में वह मोहन भागवत के साथ मंच साझा करेंगे। बता दें कि संघ का यह कार्यक्रम 18 अक्टूबर को नागपुर के रेशमीबाग मैदान में होगा।
गौरतलब है कि इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। ज्ञात हो कि कैलाश सत्यार्थी को साल 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। उन्हें देश में बच्चों को बाल श्रम से मुक्ति दिलाने के लिए जाना जाता है। आरएसएस हर साल विजयादशमी को अपने स्थापना दिवस के रूप में मनाता है। 1925 में विजयादशमी के दिन ही आरएसएस की स्थापना हुई थी। संघ के इस कार्यक्रम में हर साल जानी-मानी हस्तियां शामिल होती रही हैं।
वैसे तो विगत जून माह में आरएसएस ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को न्योता देकर सबको चौंका दिया था। वहीं इसके बाद प्रणब मुखर्जी ने भी आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होकर सबको हैरान कर दिया था। संघ के तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। इसके बाद प्रणब मुखर्जी कई नेताओं के निशाने पर आ गए थे। प्रणब की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की सलाह दी थी। इसके बाद प्रणब मुखर्जी की सोशल मीडिया में भी काफी आलोचना हुई थी।