नई दिल्ली! सुप्रीमकोर्ट द्वारा पिछले दिनों सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के फैसले के खिलाफ केरल के पथानमथिट्टा जिले में हजारों महिलाएं बगावत पर उतर आई है.
महिलाएं मांग कर रही हैं कि केरल सरकार सर्वोच्च न्यायालय के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की अनुमति देने के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करे. इस मामले पर प्रदर्शन कर रही 4000 से अधिक महिलाओं को विरोध के दौरान हिरासत में लिया गया है.
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने नारे लगाते हुए राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मांग की कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की समीक्षा करनी चाहिए. महिलाओं का कहना है कि यह फैसला 800 वर्ष पुरानी परंपरा पर विश्वास रखने वालों के खिलाफ था.
इसलिए इस बात को ध्यान में रखते हुए पुनर्विचार याचिका दायर करनी चाहिए. हम लोकतांत्रिक व्यवस्था से हमारी बात सुनने के लिए कह रहे हैं. वहीं इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराय विजयन ने सोमवार को एक बैठक आयोजित की थी जिसमें मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग के साथ सुविधाओं को बढ़ाने के लिए आवश्यकता पर चर्चा की गई.
बता दें कि 7 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक ऐतिहासिक फैसले में सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश को अनुमति दे दी थी. सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले से सबरीमाला मंदिर में 10-50 आयु वर्ग के बीच महिलाओं को अनुमति देने की पुरानी प्रथा को तोड़ दिया था.