नई दिल्ली! दुष्कर्म के आरोप में फंसे दाती महाराज की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज हो चुका है और मामले की सुनवाई 30 अक्तूबर को होनी है. इसी बीच आज दिल्ली हाईकोर्ट ने दाती महाराज को करारा झटका देते हुए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से मामला लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी के हवाले कर दिया है यानि अब इस मामले की जांच सीबीआई करेगी. दरअसल कोर्ट दिल्ली पुलिस की तरफ से हाल ही में फाइल की गई चार्जशीट से भी संतुष्ट नहीं दिख.
कोर्ट में चार्जशीट पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि इस मामले में 4 दर्जन से ऊपर महिलाओं की गवाही पुलिस ने उनके घर जाकर दर्ज की है. मुमकिन है कि दाती महाराज ने बयान दर्ज होने के बाद उनको डराने धमकाने की कोशिश भी की हो. कोर्ट का सवाल था कि पीडि़ता ने जब अपने बयान 164 में दर्ज करा दिए थे तो अभी तक इस मामले में दाती महाराज की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
दाती महाराज पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती की उम्र 25 साल है. उसका आरोप है कि 25, 26 और 27 मार्च 2016 को उसके साथ दाती महाराज और उसके सहयोगियों ने यहीं सामूहिक दुष्कर्म किया था. लडक़ी राजस्थान की है. इस लडक़ी को उसके परिवार ने 10 साल पहले उसे पढ़ाई के लिए राजस्थान के पाली स्थित दाती महाराज के बालाग्राम गुरुकुल आश्रम में भेज दिया था. बाद में उसे दिल्ली के छतरपुर स्थित आश्रम में भेज दिया गया.