सहारनपुर । सऊदी अरब से आए एक फतवे पर हिन्दुस्तान के देवबंदी उलेमाओं ने भी अपनी सहमति जताई है । हाल ही में सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने महिलाओं को स्टेडियम में मैच देखने की इजाजत दी थी. इसके बाद से बड़ी तादाद में महिलाएं मैच देखने स्टेडियम पहुंच रहीं थीं।
सऊदी अरब सरकार में धार्मिक मामलों के पूर्व अध्यक्ष शेख साद अल हजीरी ने एक फतवे में कहा था कि फुटबॉल मैच में औरत की नजर फुटबॉल खिलाड़ियों के घुटनों और जांघों पर पड़ती है। जिसे देखना गुनाह है । इस फतवे के बाद इस्लामी हलके में बहस छिड़ गई है । देवबंद के फतवा ऑन मोबाइल सर्विस के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारूकी ने न सिर्फ सऊदी अरब के उलेमाओं के फतवे का समर्थन किया है, बल्कि संस्था के इस ताजा फतवे को बिल्कुल सही बताया है।