नई दिल्ली। रफ्तार और लापरवाही के चलते उत्तराखण्ड में एक बस बेकाबू होकर खाई में गिरते-गिरते रह गई और एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल ऋषिकेश बदरीनाथ राजमार्ग पर सौड़पाणी के निकट बड़ा बस हादसा होने से टल गया। गौरीकुंड से हरिद्वार जा रही बस गुरुवार दोपहर अचानक बेकाबू होकर सड़क से खाई में जा गिरी, लेकिन यहां आल वैदर रोड कटिंग का मलबा पड़ा होने से बस गहरी खाई में गिरने से बच गयी। बस में बंगाल औप नेपाल के करीब 35 यात्री सवार थे। यात्रियों में 4 लोगो के सिर व पैरों में चोटें आई हैं। उन्हें इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती किया गया है।
गौरतलब है कि बुधवार दोपहर करीब 12 बजे देवप्रयाग से 22 किमी आगे सौड़पाणी के निकट एक यात्री बस गहरी खाई में गिरने से बच गयी। हिमगिरि कंपनी की बस संख्या यूके 15 पीए 0493 केदारनाथ दर्शन कर लौट रहे 35 यात्रियों को लेकर हरिद्वार लौट रही थी। सौड़पाणी के निकट बस अचानक सड़क के पीलर तोड़ते हुए खाई में गिर गयी और करीब 20 मीटर नीचे यहां पड़े मलबे में जाकर रुक गई।
इससे बस में सवार यात्रियों की जान में जान आई। बस में सवार 50 वर्षीय चालक रणवीर सिंह निवासी रुद्रप्रयाग, 62 वर्षीय लक्ष्मी मंडल, हावड़ा कोलकाता, 22 वर्षीय मोहन सरकार ,कोलकाता, 35 वर्षीय जयपाल बहादुर व 44 वर्षीय भक्त बहादुर को चोटें आयी हैं। चौकी प्रभारी विक्रमलाल शाह ने बताया कि सभी घायलों को इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक चालक द्वारा बस का फट्टा टूटना दुर्घटना का कारण बताया गया है।
वहीं दूसरी बस से देवप्रयाग आ रहे प्रत्यक्षदर्शी व राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग विवि प्रतिनिधि संजय भट्ट ने बताया कि वह जैसे ही सौड़पाणी के पास पहुंचे ही थे कि उनकी गाड़ी ने बस को क्रॉस किया और देखा कि बस नीचे लुढ़क गयी। इसके बाद उन्होंने गाड़ी को रोककर मदद के लिए नीचे दौड़ पड़े।