लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा के कमल संदेश बाइक रैली को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सीएम ने कहा कि पांच राज्यों में इस समय चुनाव चल रहे हैं। वहां भी इस रैली का संदेश पहुंचना चाहिए, ताकि वहां के कार्यकर्ता भी उत्साहित रहें।
वहीं जबकि इससे पूर्व विश्वविद्यालय में हुई सभा में सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बल पर 2019 में और अधिक सीटों के साथ दोबारा सत्ता में लौटेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने देश और दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उस संदेश को 2019 लोकसभा चुनाव की दृष्टि से आमजन तक पहुंचाने के लिए यह कमल संदेश यात्रा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनावी कार्य में लगने का आह्वान किया। रैली को रवाना करने के बाद सीएम ने भाजपा का झंडा थामा और 15 मिनट तक झंडा बाइक सवारों को लहराते रहे। आज निकली यह रैली संपूर्णानंद से लहुराबीर, मलदहिया, सिगरा, तिलक प्रतिमा, नगर निगम, साजन तिराहा, भारत माता मंदिर, इंग्लिशिया लाइन, तेलियाबाग, अंधरापुल, नदेसर, कचहरी होते हुए जिला मुख्यालय पर समाप्त हुई। रैली में जय श्री राम और ‘राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे’ के नारे भी लगते रहे।
इतना ही नही बल्कि इस मौके पर नसीहत देते हुए सीएम ने इस रैली में अनुशासित तरीके से चलने के लिए और हेलमेट के लिए कार्यकर्ताओं से अपील की। कहा कि बाइक रैली में धक्का-मुक्की न हो इसका कार्यकर्ता ख्याल रखें। इस दौरान सीएम ने बाइक पर तीन लोगों के बैठने पर डांट लगाई और उतारकर दूसरी बाइक पर बैठवाया।
ज्ञात हो कि सीएम को भी इस बाइक रैली में शामिल होना था, लेकिन सुरक्षा कारणों से वे शामिल नहीं हुए। रैली रवाना करने के बाद सीएम पुलिस लाइन से गोरखपुर रवाना हो गए। कार्यक्रम में राज्य मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी, रवींद्र जायसवाल, सौरभ श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि आदि शामिल रहे।