नई दिल्ली। चक्रवाती गाजा तूफान का तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में कहर बरपाने के साथ ही केरल में भी मुसीबत बनने लगा हैं जिसके चलते वहां जोरदार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित होने लगा है। जबकि वहीं अब तक तमिलनाडु में गाजा चक्रवात से मरने वालों की संख्या बढ़कर 45 हो गई है। प्रदेश में राहत के लिए 493 शिविर बनाए गए हैं। इनमें करीब ढाई लाख लोग रह रहे हैं। तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित तिरुवरूर, पुडुकोट्टाई, त्रिची, कुड्डालोर, तंजावुर, तिरूवानामलाई और नागपट्टनम हैं।
वहीं इस विभीषिका को देखते मुख्यमंत्री ईके पलानीसामी ने कहा कि वे प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वहीं उन्होंने मरने वाले लोगों के परिजनों को दस लाख रुपए मुआवजा देने का भी एलान किया है। जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को एक लाख रुपए और घायलों को 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद का एलान किया है।
ज्ञात हो कि मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात ‘गाजा’ ने शुक्रवार को नागापटनम और वेदरनयम के बीच तमिलनाडु तट पार कर लिया था। जिसके बाद तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने पेड़ और बिजली के तारों को नुकसान पहुंचाया। कई स्थानों पर लगी टीन की छत भी हवा के कारण उड़ गईं।
वहीं अधिकारियों के मुताबिक चक्रवात से 28 पशुओं की भी मौत हो गई है। तमिलनाडु के हेल्थ सेक्रेटरी का कहना है कि लोगों की मदद के लिए 200 से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद है। नागापटनम में भारतीय नेवी, एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी है। आपात स्थिति में इन नंबरों पर फोन कर सकते हैं
जबकि इससे पहले तिरुवरूर जिले के कलेक्टर एल निर्मलराज ने लोगों से कहा कि आश्रयों का प्रयोग करें। कलेक्टर ने लोगों से टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1077 पर फोन करने को भी कहा है। इसके साथ ही लोग आपात स्थिति में लैंडलाइन नंबर 04366-226040, 226050, 226080 और 226090 पर भी फोन कर सकते हैं। कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एक एफएम रेडियो चैनल (107.8) भी लांच किया है। ताकि अगर संचार के बाकी साधन काम करना बंद कर दें तो लोगों को इसके माध्यम से सूचना दी जा सके।