नई दिल्ली। राम मंदिर को लेकर देश में घमासान और नेताओं के बढ़-चढ़ कर बयान जारी हैं इसी क्रम में अब उत्तर प्रदेश से भाजपा के विवादित बयान देने के लिए चर्चित विधायक सुरेन्द्र सिंह ने भी जोरदार बयान देते आस्था को संविधान से ऊपर बताते हुए कहा है कि नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ जैसे हिन्दुत्ववादी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के रहते अयोध्या में भगवान राम तम्बू में रहें, इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नहीं हो सकता।
गौरतलब है कि अपने विवादित बयानों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाले, बैरिया से बीजेपी विधायक सिंह ने शनिवार को बलिया में एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि कानून के जरिये राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना चाहिये।
वहीं बीजेपी सांसद रवीन्द्र कुशवाहा ने अगले महीने शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये कानून पारित हो जाने का दावा करते हुए कहा है कि इसके लिये केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने सत्र के दौरान अपने सभी सांसदों को दिल्ली से बाहर ना जाने का हुक्म दिया है।
विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि यह भी कहा कि भगवान संविधान से ऊपर हैं। आस्था भगवान से जुड़ी होती है, लिहाजा यह संविधान से परे है। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महान हिंदुत्ववादी और प्रचारक हैं। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ जैसे हिन्दूवादी नेता भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। इसके बावजूद अयोध्या में भगवान राम तम्बू में रहें तथा इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात और कोई नहीं हो सकती।
कुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने तय कर लिया है कि शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण के लिये कानून पारित करा लिया जाय। मोदी सरदार पटेल को अपना गुरू मानते हैं। पटेल ने जिस तरह तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की अनिच्छा के बावजूद संसद से सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का कानून बनवाया, उसी तर्ज पर मोदी भी राम मंदिर के लिये कानून बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि संसद में जब राम मंदिर के कानून को लेकर चर्चा होगी, तब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की असलियत का भी पता चल जायेगा कि वह कितने बड़े जनेऊधारी और शिवभक्त हैं। कुशवाहा ने राफेल विमान खरीद को लेकर मोदी सरकार पर लगातार हमले कर रहे राहुल पर आरोप लगाया कि राजनीति में विफल होने के बाद राहुल जनता को गुमराह करने और पाकिस्तान तथा चीन से सूचनाएं साझा करने के लिये राफेल का फर्जी मामला उठा रहे हैं।