लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भले ही निजाम बदल चुका हो लेकिन कई मामलों को देखते ऐसा लगता है कि हालात अब भी जस के तस हैं। दरअसल सत्तारूढ़ दल के कुछ विधायकों और नेताओं पर इस कदर सत्ता की हनक और ठसक हावी है कि उनके आचरण से सरकार की लगातार तो किरकिरी हो रही है। गौरतलब है कि हाल ही में जहां भाजपा के कई विधायकों और नेताओं के दबंगई और अभद्रता के मामले सामने आये हैं। वहीं इसी क्रम में अब फिरोजाबाद में भाजपा नेता द्वारा की गई दबंगई और अभद्रता के चलते एक अधिकारी का इतना सदमा पहुचा कि वो बेहोश होकर गिर पड़ा।
दरअसल फिरोजाबाद के पालीवाल ऑडीटोरियम में सोमवार को उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब भाजपा नेता की बदसलूकी और धमकी के बाद नगर निगम में निर्माण विभाग के एक्सईन एवं प्रभारी नगर आयुक्त बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि पालीवाल ऑडीटोरियम में सामूहिक विवाह समारोह की तैयारियां जोरशोर से जारी हैं और इसमें बखूबी नगर निगम में निर्माण विभाग के एक्सईन एवं प्रभारी नगर आयुक्त विकास कुरील भी जुटे थे। इस दौरान वहां भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष रामनरेश कटारा आ गए।
इसी बीच वहां पर भाजपा नेता और एक्सईएन विकास कुरील के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जिस पर बात बढ़ती हुई इस हद तक पहुंच गई कि लोगों के मुताबिक इस दौरान भाजपा नेता ने उनके साथ अभद्रता और गाली गलौज करते हुए उन्हें धमकी जिस पर उक्त अधिकारी इतना दहशत और सदमे में आ गये कि ब्लड प्रेशर बढ़ने के चलते वो बेहोश हो गये।
इस घटना के चलते जहां हड़कम्प सा मच गया वहीं आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। बताया जाता है वहां एक्सईएन ने भाजपा नेता पर धमकाने और गाली गलौज करने का आरोप लगाया है।वहीं भाजपा नेता रामनरेश कटारा ने कहा कि काम न करना पड़े, इसलिए एक्सईएन कुरील तमाशा कर रहे हैं। जबकि प्रभारी नगर आयुक्त से अभद्रता पर नगर निगम अफसरों और कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। कर्मचारी तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए हैं।
ज्ञात हो कि हाल ही में बहराइच जनपद में भाजपा विचधायक के पति द्वारा तहसीलदार से मारपीट और बलवा करने तथा लखीमपुर जनपद में महिला भाजपा विधायक द्वारा थानेदार से अभद्रता किये जाने का मामला सामने आने समेत कई और मामलों के चलते सरकार की काफी किरकिरी हुई है।
हालांकि मुख्यमंत्री योगी द्वारा ऐसे मामलों में किसी भी तरह की रियायत नही की जा रही है। लेकिन बावजूद इसके भाजपा के कई विधायक और नेताओं को सत्ता का नशा छाया हुआ है। जिसके चलते लोगों में भाजपा और सरकार के खिलाफ ऐसे चुनावी माहौल में गलत सेदेश जा रहा है। उम्मीद है कि इस मामले में भी योगी सरकार द्वारा उचित कारवाई की जाएगी।