लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जारी राम मंदिर को लेकर कवायदों के बीच अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा से एक दिन पहले होने वाली शिवसेना प्रमुख उद्घ ठाकरे की सभा कैंसिल हो गई है। प्रशासन को उद्घव की यात्रा के सम्बंध में भेजे गए कार्यक्रम में जनसभा का उल्लेख नहीं है। इस पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का कहना है कि उद्घव 24 नवंबर को अयोध्या आकर संतों का आशीर्वाद लेंगे और शाम को सरयू जी की आरती में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि शिवसेना 24 नवंबर को अयोध्या में महंत नृत्य गोपालदास की अध्यक्षता में एक जनसभा करना चाहती थी और इसके लिए भूमि पूजन भी किया जा चुका था। इसके पहले बुधवार को अयोध्या में मीडिया से बातचीत में संजय राउत ने कहा था कि बाबरी विध्वंस के 25 साल बाद यूपी में भाजपा की सरकार बनी है। अब मंदिर बनना ही चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि इतने बड़े राज्य में कानून-व्यवस्था संभालना बड़ी बात है। हम राम मंदिर के लिए यहां हैं और अब मंदिर निर्माण को कोई रोक नहीं सकता।
संजय राउत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि 24 और 25 नवंबर को अयोध्या में प्रस्तावित शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के कार्यक्रम के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनी रहेगी।
इसके साथ ही संजय राउत ने मुख्यमंत्री को ठाकरे के दो दिवसीय कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी देते हुए अयोध्या जिला प्रशासन से अनुमति दिलाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शिव सैनिक अनुशासन में रहकर ही कार्यक्रम करेंगे।