लखनऊ। नोटबंदी के उद्देश्यों में काले धन के साथ जहां नकली नोटों पर रोकथाम भी था लेकिन फिलहाल नकली नोटों का करोबार थमता नजर नही आ रहा है। क्योंकि प्रदेश के जनपद सहारनपुर में एक मकान पर छापा मारकर नकली नोट छापने का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मौके से करीब साढे़ तीन लाख रुपये की नकली करेंसी, प्रिंटर, स्केनर समेत अन्य सामान बरामद किया है। जबकि एक मौके से फरार हो गया।
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार शाम मंडी कोतवाली पुलिस ने खाताखेड़ी मोहम्मद नगर में मोहम्मदिया मस्जिद के समीप एक मकान पर छापा मारा तो वहां चार लोग प्रिंटर, स्केनर आदि के जरिए नकली करेंसी छापते मिले। जिन्हें गिरफ्तार कर लिया। मौके से बड़ी मात्रा में नकली करेंसी के साथ अन्य सामान बरामद हुआ। जबकि पकड़े गए आमिर का पिता खलील निवासी माहीपुरा फरार हो गया, जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस ने मौके से आमिर पुत्र खलील अहमद ग्राम माहीपुरा निवासी जनकपुरी, अफजाल पुत्र इकबाल निवासी खाताखेडी, मोहम्मदनगर, उपेंद्र पुत्र पाल सिंह निवासी गोविंद नगर, सुभाष उर्फ भगत पुत्र कालूराम ग्राम बहेडी गुर्जर, गागलहेडी को गिरफ्तार किया है। वहीं 3,44,300 की नकली करेंसी, एक प्रिंटर स्केनर, दो कटर, दो स्कैल, तीन शीट पर नौ अधबने नोट, 52 सादे पेपर, कच्ची पेंसिल बरामद हुए हैं।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनके साथ पकड़े गए आमिर का पिता खलील भी नकली नोट तैयार कराता था। नकली करेंसी को स्केनर से तैयार कर मौका पाकर पैठ बाजार, मेलों, छोटी दुकानों में आसानी से असली करेंसी के रुप में चला देते थे। मुख्य आरोपी आमिर ने पुलिस को बताया है कि उसने यूट्यूब वीडियो देखकर नकली नोट छापने के बारे में जानकारी हासिल की थी।
उसने बताया कि यूट्यूब पर एक शहर में पकड़े गए नकली नोटों का पुलिस ने खुलासा किया था । जिसमें पुलिस ने मीडिया को बताया कि किस प्रकार नकली नोट छापने वाले नकली नोटों की छपाई करते थे। पूरा ब्योरा देखकर उन्होंने भी उसी प्रकार का प्रिंटर और स्केनर मंगाया और उसके बाद 20, 50, 100, 200, 500, और 2000 के नोटों की छपाई शुरू कर दी। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों ने लगभग 2 से ढाई लाख रुपए मार्केट में चला दिए हैं। आरोपियों से इस बारे में और पूछताछ की जा रही है।