लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बुलंदशहर में हुई हिंसा के लिए भाजपा सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि भाजपा सरकार अराजकता करने वालों को संरक्षण दे रही है। राज्य में जंगलराज कायम है।
मायावती ने बयान जारी कर कहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख नगर बुलंदशहर में भीड़ हिंसा के दौरान जबरदस्त अराजकता रही। दो लोगों की हत्या के लिए भाजपा सरकार की गलत व लापरवाह नीतियां ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा के शासन में विकास के लिए तरस रहा है। प्रदेश में कायम जंगलराज की वजह से ही अब कानून के रखवाले ही बलि चढ़ रहे हैं। यह अत्यंत दुख की बात है।
मायावती ने पुलिस इंस्पेक्टर व एक अन्य युवक की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अब वक्त का गया है कि प्रदेश को भीड़तंत्र के हिंसा व अराजकता की भेंट चढ़ने से रोका जाए और इसके लिए गंभीर प्रयास किए जाएं। प्रदेश व देश में कानून-व्यवस्था का राज स्थापित करने के लिए पूरी ईमानदारी से काम करने की जरूरत है, ताकि देश के संविधान व लोकतंत्र को भीड़तंत्र की भेंट चढ़ने से रोका जा सके।
मायावती ने कहा कि लखनऊ में भाजपा के नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी की भी सोमवार को ही हत्या कर दी गई। भाजपा की भीड़तंत्र की उग्र व हिंसक प्रवृत्ति का शिकार अब स्वयं भाजपा के ही कार्यकर्ता भी होने लगे हैं। पहले यही लोग दलितों, पिछड़ों व मुस्लिमों व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को अपना शिकार बनाते थे। अब यह लोग अपनी आदतों से मजबूर होते दिख रहे हैं। ऐसे में भाजपा की सरकारें सख्त कदम उठाने का अपना कर्तव्य निभाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि बुलंदशहर की घटना में मारे गए लोगों के परिवारीजनों को उचित अनुग्रह राशि देना ही काफी नहीं होगा, बल्कि हिंसा के दोषियों को सख्त से सख्त सजा समय पर दिलाना भी सुनिश्चित करना होगा। यह इसलिए भी करना जरूरी है ताकि देश व प्रदेश के लोगों को महसूस हो सके कि प्रदेश में कोई सरकार भी है।