लखनऊ! केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां सोमवार को राफेल मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. कांग्रेस देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है, यह एक बड़ा पाप है. इसके लिए उसे देश और सेना से माफी मांगनी चाहिए. जावेड़कर राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा, “उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद कांग्रेस के सारे झूठ बेनकाब हो गए. कांग्रेस ने राफेल मामले को लेकर सरकार पर आरोप इसलिए लगाए, क्योंकि वह खुद भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है, जबकि मौजूदा भाजपा सरकार के कार्यकाल में एक भी घोटाला नहीं हुआ है.”
जावड़ेकर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला और राफेल मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए कहा, “कांग्रेस ने झूठ पर झूठ बोलने की मुहिम चलाई है. झूठ बोलो और जोर से बोलो, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से झूठ का राजफाश हो गया.” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में कोई भी रक्षा सौदा बिचौलिए के बिना नहीं होता था. कांग्रेस ने अपनी पिछली सरकार के शासनकाल में चार साल तक राफेल का सौदा इसलिए नहीं किया, क्योंकि उसे कोई बिचौलिया नहीं मिला.
जावड़ेकर ने कहा कि मार्च, 2019 को पहला राफेल जहाज भारत आ जाएगा. जबकि बाकी सभी जहाज दो साल में भारत आ जाएंगे. इससे भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ेगी. इस मुद्दे पर झूठ फैलाना गलत है. राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांगनी चाहिए. इसके अलावा जावड़ेकर ने दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों को लेकर दिए गए निर्णय पर भी कांग्रेस को घेरा और कहा कि 1984 में जो हुआ, वो दंगा नहीं, बल्कि जनसंहार था. इसका कांग्रेस ने समर्थन किया था. कांग्रेस को किसी भी संस्था पर विश्वास नहीं है.
राफेल मामले पर राहुल गांधी का हालांकि कहना है कि केंद्र सरकार ने गलत तथ्य देकर सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया. सरकार ने शीर्ष अदालत से कहा कि सीएजी की रिपोर्ट संसदीय लोक लेखा समिति (पीएसी) को दे दी गई, जबकि सीएजी के पास रिपोर्ट अभी तक लंबित है. सरकार ने शीर्ष अदालत से झूठ कहा, इसलिए फैसले में कहा गया कि जब पीएसी ने रिपोर्ट देख ली है, तब जांच की जरूरत नहीं है. बिना जांच के क्लीनचिट कैसे मिल सकती है.