नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और दिल्ली से बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी में कल गिरफ्तार किये गए आईएसआईएस से प्रेरित एक संदिग्ध आतंकी मॉडयूल के दस लोगों को एनआईए ने दिल्ली की अदालत में पेश किया। जहां दिल्ली की अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया था वहीं पकड़े गए सभी 10 आरोपियों को 12 दिन की रिमांड पर भेज दिया।
गौरतलब है कि इन आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच और ढके हुए चेहरों के साथ अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अजय पांडे की अदालत में पेश किया गया। न्यायाधीश ने मामले में बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया। एनआईए ने राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के विभिन्न भागों से गिरफ्तार किये गये 10 आरोपियों को पूछताछ के लिए 15 दिन की हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया था। इन लोगों पर राजनीतिक हस्तियों और दिल्ली में सरकारी प्रतिष्ठानों सहित उत्तर भारत के कई अन्य हिस्सों में हमले की साजिश रचने का आरोप है।
एनआईए द्वारा राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के विभिन्न भागों से गिरफ्तार किये गये लोगों में मुफ्ती मोहम्मद सुहैल उर्फ हजरत (29), अनास युनूस (24), राशिद जफर रक उर्फ जफर (23), सईद उर्फ सैयद (28), सईद का भाई रईस अहमद, जुबैर मलिक (20), जुबैर का भाई जैद (22), साकिब इफ्तेकार (26), मोहम्मद इरशाद : करीब 20 साल : और मोहम्मद आजम (35) शामिल हैं। दरअसल बुधवार को उत्तर प्रदेश और दिल्ली की 16 जगहों पर एनआईए ने छापेमारी की थी।
ज्ञात हो कि इस छापेमारी के दौरान आतंकी संगठन आईएसआईएस के नए मॉडयूल ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ से जुड़े कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जो कि उत्तर भारत, खासकर राष्ट्रीय राजधानी में बम धमाकों को अंजाम देने की कथित योजना बना रहे बताये जाते हैं। इतना ही नही बल्कि एनआईए लगातार आईएसआईएस के एक नए मॉड्यूल की जांच के सिलसिले में अलग-अलग शहरों में खुफिया तरीके से संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले रही है।
इसी कारवाई के तहत ही मुरादाबाद से आतंकवादी गतिविधियों को देख दिल्ली की स्पेशल सेल और एटीएस ने छापेमारी शुरू की थी। अमरोहा के नौगांवा सादात थाना क्षेत्र स्थित सैदपुर इम्मा गांव में भी छापेमारी की गई। इस दौरान एटीएस स्थानीय पुलिस के फोन जब्त कर लिए गए। गांव के ही एक निवासी सईद के घर पर भी छापेमारी की गई थी । जिसमें गिरफ्तारी के साथ ही पिस्टल और तमंचे समेत विस्फोटक पदार्थ बरामद किए गए हैं। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उनके संबंध आतंकवादियों से बताए जा रहे हैं।
जबकि वहीं छापेमारी में गिरफ्तार अमरोहा का मुफ्ती सोहेल इनका मास्टर माइंड है। यह दिल्ली के किसी मदरसे में पढ़ाने का काम करता है। संभवतः इसने देवबंद से भी पढ़ाई की है। इसके घर के लोग और रिश्तेदार भी पढ़े-लिखे और शैक्षिक गतिविधियों से जुड़े बताए जा रहे हैं। सबसे गंभीर और चौंकाने वाली बात ये है कि गृह मंत्रालय की दिसंबर 2017 में आई रिपोर्ट में कहा गया है कि एनआईए ने आईएसआईएस कैडरों के खिलाफ मामलों में देश भर में हुई 103 गिरफ्तारियां में से सबसे अधिक 17 गिरफ्तारियां उत्तर प्रदेश से हुईं थीं। जो कि खतरनाक संकेत थे।