नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जिंदगी पर बनी फिल्म का का अभी महज ट्रेलर ही सामने आया है और फिल्म को लेकर न सिर्फ सियासतें तेज हो गई हैं बल्कि नौबत सवाल से बवाल तक आने पर आमादा हैं। दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के 10 साल के कार्यकाल पर बनी इस फिल्म का ट्रेलर जारी होने के बाद भाजपा ने इसे अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया जिसे लेकर कांग्रेस ने विरोध किया है। हद की बात तो ये है कि जो मुद्दई हैं उन्होंने फिलहाल इस मामले में कोई टिपपणी नही की है। कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह में पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस पर चुप्पी ही बनाए रखी।
गौरतलब है कि अभी जब फिल्म के रीलीज की तारीख दूर है वहीं महज ट्रेलर आने के साथ ही विवाद खड़ा होने लगा है। महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने इस फिल्म के निर्माता को पत्र लिखा है और रिलीज से पहले उन्हें फिल्म दिखाने की मांग की है। लेकिन जब इस बारे में खुद डॉ. मनमोहन सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। बेहद ही दिल्चस्प बात है कि एक तरफ पूर्व प्रधानमंत्री इस फिल्म ‘The Accidental Prime Minister’ के ट्रेलर पर चुप हैं तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजीत तांबे का कहना है कि ‘फिल्म से विवादित सीन को हटाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो यूथ कांग्रेस देश में कहीं भी फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देगी।’
वहीं जबकि फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का ट्रेलर भाजपा के हैंडल से पोस्ट किए जाने के सवाल पर सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने कहा, “क्या हम किसी फिल्म को बधाई शुभकामनाएं नहीं दे सकते अपनी इच्छा जाहिर नहीं कर सकते…? कांग्रेस स्वतंत्रता की पक्षकार रही है, तो अब वो उसी स्वतंत्रता पर सवाल क्यों उठा रही है…?’ भाजपा ने ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का ट्रेलर ट्वीट कर लिखा, ‘इस फिल्म की कहानी बताती है कि कैसे एक परिवार ने दस सालों तक देश को बंधक बनाकर रखा था। क्या डॉक्टर मनमोहन सिंह सिर्फ इसलिए तब तक प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे, जब तक उनका राजनीतिक उतराधिकारी तैयार न हो जाए? देखें इनसाइडर्स अकाउंट पर आधारित द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर, जो 11 जनवरी को रिलीज हो रही है।’
हालांकि ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ में मनमोहन सिंह का किरदार निभा रहे अनुपम खेर का कहना है कि फिल्म का विरोध करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, ‘देखिए, ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का जितना विरोध होगा, उतनी ही फिल्म को पब्लिसिटी मिलेगी। फिल्म की कहानी जिस किताब पर आधारित है, वो 2014 में आई थी। तब कोई विरोध क्यों नहीं किया गया।’ कांग्रेस सांसद पीएल पूनिया ने फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के ट्रेलर को भाजपा के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए जाने के सवाल पर कहा, ‘यह भारतीय जनता पार्टी का खेल है। भाजपा जानती हैं कि उनके कार्यकाल के पांच साल खत्म होने को हैं और जनता को दिखाने के लिए उनके पास कुछ नहीं है, इसलिए वे ध्यान बंटाने के लिए ऐसी तरकीब अपना रहे हैं।
वहीं इस बाबत मप्र कांग्रेस के नेता सैयद जाफर ने फिल्म के निर्माता-निर्देशक को पत्र लिखने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने फिल्म से नाम, विवादास्पद दृश्यों और कंटेंट को हटाने की मांग की है। जाफर ने ये भी कहा कि वे रिलीज से पहले पूरी फिल्म देखना चाहते हैं। अगर ऐसा नहीं होता है तो प्रदेश में फिल्म को रिलीज नहीं करने दिया जाएगा। ज्ञात हो कि आज जहां कांग्रेस स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी मुख्यालय पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने साथ मिलकर केक काटा। वही जब इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के ट्रेलर पर टिप्पणी मांगी गई, तब उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। एक तरह से एक बार फिर मौन रहकर उन्होंने बहुत कुछ कह दिया। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ रिलीज हो रही है। ऐसे में फिल्म की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।