मेलबर्न। भारत ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया को 137 रन से हराकर चार मैचों की श्रृंखला में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली। भारत के 399 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम लंच के बाद के सत्र में 261 रन पर ढेर हो गई। बारिश के कारण सुबह के सत्र में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी।
भारत ने अंतिम दिन सिर्फ 4.3 ओवर में बाकी बचे दो विकेट चटकाकर जीत की औपचारिकता पूरी की। जसप्रीत बुमराह ने दूसरी पारी में 53 रन देकर तीन जबकि मैच में 86 रन देकर नौ विकेट चटकाए जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। रविंद्र जडेजा ने भी 82 रन देकर तीन जबकि मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा ने क्रमश: 71 और 40 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे पैट कमिंस ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 63 रन बनाए। शान मार्श (44), ट्रेविस हेड (34), उस्मान ख्वाजा (33) और टिम पेन (26) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे। मैच के अंतिम दिन सुबह के सत्र में बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी।
दूसरे सत्र में खेल शुरू होने पर बुमराह ने चौथे ओवर में कमिंस को दूसरी स्लिप में चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराया जबकि अगले ओवर में इशांत ने नाथन लियोन (07) को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराके भारत को जीत दिलाई। लियोन के रूप में पंत ने श्रृंखला में 20वां शिकार बनाया। वह किसी टेस्ट श्रृंखला में भारत की ओर से सबसे सफल विकेटकीपर बन गए हैं। जसप्रीत बुमराह ने दूसरी पारी में 53 रन पर तीन विकेट जबकि मैच में 86 रन देकर नौ विकेट चटकाए। पदापर्ण टेस्ट सत्र में बुमराह के नाम पर अब 48 विकेट दर्ज हैं जो किसी तेज गेंदबाज का अपने पहले टेस्ट सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने पिछले एक साल में विदेशों में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई है। इन तीनों ने मिलकर एक कैलेंडर वर्ष में विदेशी सरजमीं पर 134 विकेट (बुमराह 48, इशांत 40 और शमी 46) चटकाए। इस तिकड़ी ने मेलकम मार्शल, माइकल होल्डिंग और जोएल गार्नर की वेस्टइंडीज की तिकड़ी का 34 साल पुराना रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने 1984 में विदेशी दौरों पर 130 विकेट चटकाए थे।