नई दिल्ली। भारत ने शुक्रवार को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया को तीसरे और अंतिम वनडे में 7 विकेट से हरा दिया। भारत ने 231 रनों का लक्ष्य 4 गेंद शेष रहते 3 विकेट खोकर हासिल किया। भारत ने इसी के साथ तीन मैचों की सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया। भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में द्विपक्षीय वनडे सीरीज में हराया।
भारत की जीत में युजवेंद्र चहल (42 रनों पर 6 विकेट) और महेंद्रसिंह धोनी (87 नाबाद) ने अहम भूमिका निभाई। केदार जाधव भी 61 रन बनाकर नाबाद रहे। धोनी ने सीरीज में लगातार तीन अर्द्धशतक लगाए। ऐसा पहली बार हुआ कि टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे से बगैर किसी फॉर्मेट में सीरीज हारे लौटी। इनके बीच टी20 सीरीज 1-1 से बराबर रही थी जबकि भारत ने टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी।
तीसरा वनडे जीतकर भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से जीत लिया। युजवेंद्र चहल को 6 विकेट लेने के लिए मैन ऑफ द मैच जबकि धोनी को इस सीरीज में लगातार तीन अर्धशतक लगाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज दिया गया। इसके साथ ही भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहली बार द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत इससे पहले कभी भी ऑस्ट्रेलिया में कोई द्विपक्षीय वनडे सीरीज नहीं जीता था।
इसके अलावा विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया पहली टीम है जिसने इस दौरे पर टी20, टेस्ट और वनडे सीरीज नहीं गंवाई है। भारत ने टी20 सीरीज 1-1 से बराबरी की थी जबकि टेस्ट सीरीज को 2-1 से जीतकर इतिहास रचा था। बता दें कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर भारत ने दस साल बाद कोई मैच जीता है। टीम इंडिया ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में 2008 में सीबी सीरीज जीता था।
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने हुए ऑस्ट्रेलिया की पूरी पारी 48.4 ओवरों में महज 230 रनों पर सिमट गई। जिसके जवाब में भारत ने 49.2 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 234 रन बनाकर मैच को सात विकेट से जीत लिया।
भारत की ओर से एमएस धोनी ने सबसे ज्यादा 87 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 114 गेंदों का सामना किया जिसमें 6 चौके शामिल थे। इस सीरीज में धोनी का यह लगातार तीसरा अर्धशतक है। इसके अलावे केदार जाधव ने नाबाद 61 रन (57), विराट कोहली 46 (62), शिखर धवन 23 (46) और रोहित शर्मा ने 9 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पीटर सिडल, मार्कस स्टोइनिस और झेय रिचर्डसन ने एक-एक विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से पीटर हैंड्सकॉम्ब ने सबसे ज्यादा 58 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 63 गेंदों का सामना किया जिसमें 2 चौके शामिल थे। इसके अलावे कप्तान आरोन फिंच 14 (24), उस्मान ख्वाजा 34 (51),शॉन मार्श 39 (54), ग्लेन मेक्सवेल 26 (19) और झेय रिचर्डसन ने 16 रन बनाए। भारत की ओर से युजवेन्द्र चहल ने सबसे अधिक 6 विकेट लिए जबकि भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी ने दो-दो विकेट लिए।