नई दिल्ली। भाजपा के शत्रु ने आज पूरी तरह से पार्टी की लक्ष्मण रेखा पार करते हुए न सिर्फ विपक्षी गठबंधन का मंच साझा किया बल्कि देश के प्रधानमंत्री मोदी पर एक बार फिर बेहद ही करारा प्रहार किया है। इस दौरान अपने ही अंदाज में शत्रु ने जहां पीएम मोदी की आलोचना की वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की जमकर तारीफ की। एक तरह से अपने इस कदम के साथ ही उन्होंने जहां पार्टी के समक्ष खुली चुनौती रखी है वहीं उनके इस कदम से काफी हद तक साफ जाहिर हो रहा है कि वो शायद कांग्रेस में जाने की पूरी तैयारी कर चुके हैं।
गौरतलब है कि आज कोलकाता में शनिवार को विपक्ष की महारैली में भाजपा के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने अपना बागी तेवरों के साथ पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि जब आप छिपाएंगे तो जनता कहेगी कि चौकीदार चोर है। आप छिपाते क्यों हैं, लोगों को बताते क्यों नहीं? कब तक लोग कहते रहेंगे चौकीदार चोर है, चौकीदार चोर है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुझसे लोग सवाल करते हैं कि जब आप भाजपा में हैं तो भाजपा के खिलाफ क्यों बोलते हैं? क्या आप बागी हैं? तो मैं कहता हूं कि अगर सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं। मैं सच के साथ, सिद्दांतों से समझौता नहीं कर सकता।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह जनहित में काम करते रहे हैं। उन्होंने पूर्व पीएम दिवंगत अटल बिहारी वाजपेई के समय के भाजपा की प्रशंसा की, जबकि वर्तमान भाजपा सरकार की आलोचना की। राहुल गांधी की बड़ाई करते हुए कहा कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष ने तीन राज्यों में जीत दिलाकर कमाल कर दिया।
वहीं उन्होने कहा कि बहुत वादे हो रहे हैं। बस सुनते रहिए, जनधन योजना, उज्जवला योजना, मेड इन इंडिया, क्लीन इंडिया। ये हमें अयोध्या ले जाएंगे। जब मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है तो ये लोग हमें डाइवर्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हमारे प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री थे, तब जीएसट का विरोध किया था। अब खुद ही लागू कर डाला।
हद की बात ये रही कि उन्होंने तमाम विपक्षी दलों के नेताओं से कहा कि हमें एकजुट रहना चाहिए। मतभेद हों, लेकिन मनभेद ना हो। एकता का यह शो हमें उम्मीद दे रहा है। जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अभी वायदे करवा लीजिए। उन्होंने आगे कहा कि देश का और बंगाल का एक ही मूड है- परिवर्तन, परिवर्तन, परिवर्तन। मैंने इससे ज्यादा जानदार, शानदार और दमदार रैली कभी नहीं देखी।