नई दिल्ली! उत्तर प्रदेश के कासगंज में धारा 144 लागू कर दिया गया है और पूरे इलाके में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है. साथ ही ये सुरक्षाकर्मी अपने-अपने हाथों में मशीनगन लेकर निगरानी में जुटे हैं. दरअसल पिछले साथ गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां हिंसा हुई थी. पिछले साल तिरंगा यात्रा के दौरान यहां हिंसा भड़क गई थी. हिंसा में गोली चलने से चंदन गुप्ता नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी. इस साल चंदन के परिजन तिरंगा यात्रा निकालना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें भी अनुमति नहीं दी है.
साथ ही प्रशासन ने यहां अभी से धारा 144 लागू कर दी है. पूरे इलाके में किसी भी तरह की रैली पर पाबंदी लगा दी है. पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. पुलिस ने फ्लैग मार्च के साथ-साथ किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए छतों पर लाइट मशीनगन लगा दिए हैं.
आपको बता दें कि पिछले साल गणतंत्र दिवस पर कासगंज में हुई हिंसा के आरोपी ने फेसबुक पर बंदूक लिए हुए तस्वीर पोस्ट की है. इस पोस्ट के साथ उसने भड़काऊ बातें भी लिखी है. पुलिस ने एहतियातन उस पोस्ट को डिलीट करवा दिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. कासगंज के सीओ गबेन्द्र पाल गौतम ने बताया कि विशाल ठाकुर और अनुकल्प चौहान नामक दो युवकों ने सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश की है. इन दोनों के खिलाफ शांति भंग करने की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
कासगंज के एसपी अशोक कुमार का कहना है कि, ‘पुलिस और प्रशासन की तरफ से यह सभी प्रयास स्थानीय लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है. कासगंज के लोगों को हम स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि किसी भी तरह की असामाजिक हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी लोग शांतिपूर्ण ढंग से गणतंत्र दिवस मनाएं.’ वहीं इस बार तिरंगा यात्रा की अनुमति न मिलने से यहां के कई संगठन नाराज हैं. उनका कहना है कि भले ही उन्हें प्रशासन ने अनुमति न दी है, लेकिन वे तिरंगा यात्रा जरूर निकालेंगे.