नई दिल्ली! कांग्रेस से निष्काषित किए जाने के एक दिन बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ऐसा पर्दाफाश करेंगे कि वह फिर ‘जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा’ पाएंगे. पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में जेना और कोरापुट के पूर्व विधायक कृष्णचंद्र सागरिया को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की अनुशंसा पर पार्टी की ओडिशा इकाई ने निष्कासित किया है.
जेना ने एक प्रेस वार्ता में कहा- ‘मैं समझता हूं कि राहुल गांधी 25 जनवरी को ओडिशा के दौरे पर आएंगे. मैं उसी दिन उनका पर्दाफाश करूंगा ताकि वह जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा सकें.’ बहरहाल- कांग्रेस प्रमुख के खिलाफ अपने प्रस्तावित ‘महाखुलासे’ का उन्होंने ब्यौरा नहीं दिया.
कांग्रेस से निष्कासित किए जाने पर नाराज जेना ने कहा- ‘राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह खनन माफिया का साथ देंगे. कभी उत्कलमणि गोपबंधु दास का साथ देने वाली ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के नेतृत्व ने खनन माफिया से हाथ मिला लिया है. हालांकि इस तरफ मैंने कई बार राहुल गांधी का ध्यान आकर्षित किया लेकिन उन्होंने खनन माफिया का साथ दिया.’ स्वतंत्रता सेनानी गोपबंधु दास को ‘ओडिशा का गांधी’ कहा जाता है जिन्हें शानदार सामाजिक कार्यों- सुधारक- राजनीतिक कार्यकर्ता- पत्रकार- कवि होने के लिए ‘उत्कलमणि’ की उपाधि हासिल है.
जेना ने आरोप लगाए कि गांधी ने निर्णय किया था कि ओडिशा की सरकार की कमान पटनायक परिवार के हाथों में रहना चाहिए- जिसके लिए उन्होंने बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक के साथ ‘महागठबंधन’ की घोषणा की. जेना ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त नहीं रहे और कांग्रेस में वह उपयुक्त नहीं बैठते क्योंकि खनिजों को लूटकर उन्होंने ‘धन इकट्ठा’ नहीं किया है. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक पर भी आरोप लगाए जिनके जवाब में पटनायक ने कहा कि अनुशासनहीनता में शामिल लोगों के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है.