पटना. दानापुर के नासरीगंज में एक माता के गुस्से ने उसे कुमाता बना दिया. इस कलयुगी मां ने अपने ही दस माह के मासूम बेटे को गंगा में फेंक कर मां की ममता को शर्मशार कर दिया. शुक्ररवार को नासरीगंज पुरानी मंदिर के पास रहने वाली नीतू देवी और उसके पति जितेन्द्र में अपने ही बच्चे को पकड़ने को लेकर विवाद हो गया. दरअसल, पत्नी ने घर के काम करने के दौरान अपने पति को बच्चा पकड़ने को कहा लेकिन पति गुस्से में आकार घर से चला गया. पति के गुस्से में जाने से खफा होकर पत्नी आगबबूला हो गई.
इसी गुस्से में पत्नी ने अपने दस माह के बेटे को गोद में उठाया और सौ मीटर कि दूरी पर गंगा के नासरीगंज घाट के पास पानी में फेंक कर कठोर मन से घर भागकर आ गई. बच्चा रोता रोता पानी में समा गया और वहीं उसकी मौत हो गई. पति जब घर आया तो उसने बच्चे को नहीं देख पत्नी को मारने पिटने लगा तब उसने बताया कि बच्चे को गंगा में फेक आई है. पति तुरंत गंगा घाट दौड़ा लेकिन बच्चा काफी खोजने के बाद भी नहीं मिला.
बताया जाता है कि जिस वक्त बच्चे कों गंगा में फेका गया उस समय पास में खड़े एक पड़ोसी युवक ने उस बच्चे को बचाने के लिए खुद पानी में कूदकर निकला और उसे दानापुर अनुमंडल अस्पताल ले गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. असपताल पहुंचने पर डाक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
घटना कि जानकारी के बाद दानापुर पुलिस मौक पर पहुंची और बच्चे के ह्त्या के जुर्म में माता को गिरफ्तार कर थाने ले आई. वहीं इस मामले में पड़ोसी का कहना है कि महिला ही मानसिक स्थिति खराब थी जिस वजह से बच्चे को उसने गंगा में फेक दिया और उसी कारण से बच्चे कि मौत हो गई .