रालेगण सिद्धी! लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे ने आज बड़ा बयान दिया है. भूख हड़ताल के चौथे दिन अन्ना हजारे ने कहा कि अगर उनको कुछ हुआ तो इसकी पूरी जिम्मेवारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की होगी. जन आंदोलन सत्याग्रह के बैनर तले 30 जनवरी से आंदोलन कर रहे हजारे ने कहा कि लोग मुझे ऐसे इंसान के तौर पर याद रखेंगे जो स्थिति से निपटता था, ऐसे इंसान के तौर पर नहीं जो आग भड़काता था. अगर मुझे कुछ हुआ तो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार मानेंगे. उन्होंने कहा कि लोकपाल के जरिए प्रधानमंत्री के खिलाफ भी जांच हो सकती है, अगर लोग उनके खिलाफ कोई सबूत पेश करते हैं.
इसी प्रकार लोकायुक्त के होने से मुख्यमंत्री और उनके नीचे काम करने वाले सभी मंत्री और विधायकों के खिलाफ कोई सबूत देता है तो उनके खिलाफ भी जांच हो सकती है. उन्होंने कहा कि इसीलिए कोई भी पार्टी लोकपाल या लोकायुक्त नहीं लाना चाहती. 81 वर्षीय हजारे उन सभी राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति की मांग भी कर रहे हैं जहां भ्रष्टाचार-निरोधी संवैधानिक या वैधानिक संस्था मौजूद नहीं है. हजारे चुनाव सुधारों सहित किसानों के हित में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने की भी मांग कर रहे