लखनऊ। कारोबार में घाटे की मार उस पर सूदखोरों का तकाजा लगातार गर्दिश की ऐसी मार कि पल में खत्म हो गया एक हंसता-खेलता परिवार। जी! ये वो खौफनाक और दर्दनाक हकीकत है जिसको जान शायद ही किसी का दिल न दहले। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यननाथ के क्षेत्र गोरखपुर में आज एक व्यापारी का पूरे परिवार ने तंगी के चलते मौत को गले लगा लिया। हालांकि मुख्यमंत्री ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को परिवार को हरसंभव मदद के निर्देश दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक जनपद गोरखपुर में राजघाट क्षेत्र के हसन गंज मोहल्ला निवासी 50 वर्षीय रमेश गुप्ता घी और तेल का कारोबार करते थे। इसके लिए उन्होंने बाजार और बैंक से कर्ज लिया था। कोराबार में घाटे के चलते उन्होंने फिर नमकीन का कारेबार करने के लिए उन्होंने बाजार से सूद पर भी कर्ज लिया था। अफसोस कि नमकीन का कारोबार भी नुकसान के चलते बंद हो गया था। जिसके चलते बैंक और सूदखोरों का लगातार उन पर दबाव बना हुआ था। सूदखोर आए दिन दरवाजे पर आकर अपना रुपए वापस मांगने के लिए गाली गलौज भी करते थे।
बताया जाता है कि इसी क्रम में अभी दो दिन पहले भी उन्होंने घर पर आकर काफी विवाद किया था। रोजाना की परेशानी से आजिज आकर रमेश ने परिवार के साथ खुदकुशी करने का फैसला कर लिया। रविवार की सुबह करीब आठ बजे वह घर से निकल गए। इस दौरान उनके परिवार के लोग कमरे में ही थे। रमेश के जाने के बाद घर में किसी तरह की आहट ना होने पर मकान में ही नीचे के हिस्से में रहने वाले कमरे में गए तो कोई हरकत होती नहीं दिखाई दी। जिस पर सभी लोगों पर पानी के छींटे डाले गए लेकिन फिर भी कोई होश में नहीं आया।
वहीं परिवार जनों के मुताबिक रमेश के घर से निकलने के कुछ देर बाद ही बड़ी बेटी रचना कमरे से किसी तरह से बाहर आंगन तक आई और वहीं से नीचे मौजूद अपनी भाभी (चचेरे भाई की पत्नी ) को आवाज देने लगी। भाभी पूर्णिमा ऊपर गई तो कमरे का मंजर देखकर दंग रह गई। रचना की मां सरिता, बहन पायल तथा छोटा भाई आयूष मृत पड़े हुए थे। उनकी हालत ऐसी ही थी नींद में ही मौत के आगोश में चले गए हों। मंजर देख पूर्णिंमा चींखने लगी जिसके बाद परिवार के अन्य लोग आए और पुलिस को सूचना दी गई। रचना को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया मगर दोपहर तक उसने भी दम तोड़ दिया।
व्यापारी रमेश गुप्ता की बड़ी बेटी रचना ने दम तोड़ने से पहले कहा-कर्ज से तंग आकर पूरे परिवार ने जहर खाया है। मेडिकल कालेज में जब रचना को होश आया तो उसने कई बार पानी मांगा। दम तोड़ने से पहले उसने बताया कि परिवार कर्ज से तंग आ गया था इसलिए सबने जहर खा लिया। वहीं ऐसी दिल को झकझोर देने वाल घटना की जानकारी होते ही इलाके के लोग और रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में महापौर सीताराम जायसवाल एसएसपी ग्रामीण क्षेत्र के विधायक समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। सिटी मजिस्ट्रेट अजीत कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।