नई दिल्ली! भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पॉलिसी धारकों के लिए एक ध्यान देने वाली खबर है. अगर आपकी पॉलिसी मैच्योर होने वाली है, तो आपको जल्द से जल्द एक काम करना होगा, नहीं तो आपका पूरा पैसा फंस सकता है. आपको समय रहते अपनी एलआईसी पॉलिसी को अपने बैंक खाते से लिंक कराना होगा. पहले पॉलिसी धारक को एलआईसी चेक भेजकर पूरा भुगतान करती थी, लेकिन अब उसने ऐसा करना बंद कर दिया है. अब एलआईसी पॉलिसी से संबंधित रकम का भुगतान पॉलिसी होल्डर्स के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करती है. ऐसे में अगर आपने भी अब तक अपनी पॉलिसी में अपना बैंक खाता नंबर लिंक नहीं करवाया है, तो बिना देर लगाए ये काम कर लें.
खास बात ये है कि अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे पॉलिसी धारक हैं, जिन्होंने अपनी पॉलिसी को बैंक अकाउंट से नहीं जोड़े हैं. ऐसे पॉलिसी धारकों की पेमेंट को कंपनी ने रोकना शुरू कर दिया है. ऐसे में आपको बता दें कि एलआईसी पॉलिसी के साथ बैंक अकाउंट जुड़वाने का तरीका बेहद आसान है. इसके लिए आपको अपने बैंक अकाउंट का कैंसिल चेक या बैंक पासबुक के फ्रंट पेज की फोटोकॉपी नजदीकी एलआईसी ब्रांच में जमा करवानी होगी. ऑफिस में आपको एनईएफटी (एवईएफटी) मैंडेट फॉर्म भरना होगा. इस फॉर्म के साथ आप कैंसिल चेक या बैंक पासबुक की कॉपी अटैच कर जमा करा दें. इसके 1 हफ्ते बाद आपकी पॉलिसी आपके बैंक अकाउंट से जुड़ जाएगी. इसके बाद एलआईसी से मिलने वाला कोई भी पैसा सीधे आपके अकाउंट में आएगा.
बता दें कि देश के बाकी विभागों की तरह एलआईसी भी डिजिटल होने की ओर कदम बढ़ा रही है. 1 मार्च 2019 से ऑटोमेटेड SMS के जरिए पॉलिसी होल्डर्स को प्रीमियम से जुड़ी जानकारी देगी. प्रीमियम बकाया होने पर रिमाइंडर SMS के जरिए ही दिया जाएगा. यदि आपको यह SMS मिला है तो समझ जाएं कि आपका नंबर LIC में रजिस्टर्ड है. वहीं यदि आपको SMS नहीं मिला तो समझ जाएं कि आपका नंबर या तो रजिस्टर्ड नहीं है या अपडेट नहीं है. ऐसे में जल्द ही आप अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करावा लें.