नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी घमासान वहीं इस सबके बीच सबसे अहम और गंभीर बात ये कि कल तक साथी रहे शिव सेना तथा भाजपा के बीच मतभेदों का बढ़ते जाना जहां वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण तो है। वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर बखूबी संघ की नजर बनी हुई है। जिसकी बानगी है कि संघ प्रमुख ने अब भाजपा और शिवसेना को बड़ी ही अहम और फायदेमंद नसीहत दी है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत
ने इशारों-इशारों में महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। एक कार्यक्रम
में उन्होंने कहा कि सबको पता है स्वार्थ से नुकसान होता है लेकिन स्वार्थ नहीं छोड़ते।
आपस में लड़ने से दोनों को हानि होगी। दरअसल नागपुर में संघ प्रमुख ने कहा, ‘सब मानव
जानते हैं प्रकृति को नष्ट करने से हम नष्ट हो जाएंगे। पर प्रकृति को नष्ट करने का
काम थमा नहीं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि आपस में झगड़ा
करने से दोनों की हानि होती है। लेकिन आपस में झगड़ा करने की बात अभी तक बंद नहीं हुई।’
इतना ही नही बल्कि उन्होंने आगे ये भी कहा, ‘सब जानते हैं कि स्वार्थ बहुत खराब बात
है लेकिन स्वार्थ को बहुत कम लोग छोड़ते हैं। देश का उदाहरण लीजिए व्यक्तियों का।’
ज्ञात हो कि आरएसएस और उससे संबद्ध संगठन विहिप के शीर्ष नेताओं की सोमवार को नागपुर
में हुई बैठक में उन लोगों के नामों को अंतिम रूप दिया गया, जिन्हें अयोध्या में बनने
वाले राम मंदिर के लिए केंद्र द्वारा बनाए जाने वाले ट्रस्ट में शामिल किया जा सकता
है। आरएसएस सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और उनके
सहयोगी भैयाजी जोशी इस बैठक में शामिल थे। आरएसएस मुख्यालय में सोमवार को हुई इस बैठक
में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय पदाधिकारी भी मौजूद थे।