नई दिल्ली. साल 2019 में अक्टूबर तक 21,400 से अधिक भारतीय वेबसाइट हैक हुईं. इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी मिनिस्ट्री में राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने यह जानकारी संसद को बुधवार को दी. लोक सभा को दिए गए लिखित जवाब में उन्होंने बताया, इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक 2016 में 33147, 2017 में 30067, 2018 में 17560 और 2019 में (अक्टूबर तक) 21467 भारतीय वेबसाइट हैक हुई थीं. धोत्रे ने यह भी बताया कि समय-समय पर देश के साइबर स्पेस पर साइबर अटैक करने की कोशिशें की गई हैं.
साइबर अटैक करने वाले दुनियाभर में कंप्यूटर सिस्टम्स के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं. वे छिपे हुए सर्वर या ऐसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं जिससे उनके सिस्टम की पहचान नहीं हो पाती है. धोत्रे ने बताया, CERT-In के पास मौजूद जानकारी के अनुसार, हमला करने वाले कंप्यूटर्स की लोकेशन चीन, पाकिस्तान, नीदरलैंड, फ्रांस, ताइवान, ट्यूनीशिया, रूस, अल्जीरिया और सर्बिया जैसे देशों की पाई गई.
एक अन्य सवाल के जवाब में धोत्रे ने बताया कि इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी (IT) कानून की धारा 69ए के तहत इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी मिनिस्ट्री को 2018 में URL ब्लॉक करने की 4,192 शिकायतें मिली थीं. 2019 में (अगस्त तक) इससे जुड़ी 3,847 कंप्लेंट मिली थीं. उन्होंने बताया, सरकार ने धारा 69ए के नियमों के मुताबिक उन URL को ब्लॉक करने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं. मंत्री ने बताया कि आईटी एक्ट, 2000, की धारा 69ए के तहत सरकार को देश के हित और रक्षा, विदेशी राज्यों से संबंध या पब्लिक ऑर्डर को नुकसान पहुंचाने वाली किसी जानकारी को ब्लॉक करने का अधिकार है.