नई दिल्ली. रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल ने आज कहा कि बैंक ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. मौद्रिक नीति समिति (एम.पी.सी.) की दो दिवसीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए उर्जित ने कहा कि रेपो रेट को 6 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 5.75 फीसदी बरकरार रखा गया है. बुधवार को रिजर्व बैंक के इस ऐलान के बाद देश की जनता को सस्ते कर्ज के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा.
बैठक में हुई यह अहम बातेंमीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दो दिवसीय बैठक में वर्ष 2017-18 के लिए रिजर्व बैंक ने आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.7 से 0.1 घटा दिया है. अब आर्थिक वृद्धि दर 6.6 हो गई है. वहीं, अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान बताया गया है. रिजर्व बैंक की ओर से कहा गया है कि वक्त के साथ जीएसटी अब स्थिर हो रहा है. देश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं, जिससे निवेश के क्षेत्र में सुधार के संकेत मिल रहे हैं. मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सिस्टम में सरप्लस लिक्विडिटी जारी रहेगी. मीडिया से बातचीत के दौरान बैंक के अधिकारियों ने कहा कि अप्रैल में बेस रेट पर तय ऋण को एमसीएलआर से जोड़ने की कोशिश की जाएगी.
आरबीआई ने लगातार चौथी बार अल्प अवधि की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. इस बार आरबीआई ने वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा के कारण महंगाई बढ़ने की आशंकाओं से ब्याज दर को यथावत रखा है. आरबीआई ने मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा कि औसत महंगाई दर को चार फीसदी रखने के लक्ष्य के मद्देजनर यह फैसला किया गया है. खाद्य पदार्थो व ईंधन की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण दिसंबर 2017 में सालाना महंगाई दर बढ़कर 5.21 फीसदी हो गई, जबकि नवंबर में यह 4.88 फीसदी थी.