वाशिंगटन. कोरोना ने न केवल जीवन दुश्वार किया है, बल्कि एक तरह की अंदरूनी लड़ाई भी शुरू कर दी है. अमेरिका की एक कंपनी ने चीन सरकार पर कोरोना वायरस के मद्देनजऱ 20 ट्रिलियन डॉलर हर्जाने का दावा किया है. कंपनी का आरोप है कि इस वायरस का प्रसार एक जैविक हथियार के रूप में किया गया है.
अमेरिका के टेक्सास की कंपनी बज फोटोज, वकील लैरी, क्लेमैन और संस्था फ्रीडम वॉच ने मिलकर चीन सरकार, चीनी सेना, वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी, वुहान इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर शी झेन्गली और चीनी सेना के मेजर छेन वेइ के खिलाफ केस किया है.
क्या कहा मुकदमा करने वाले ने
मुकदमे कहा गया है कि चीन एक जैविक हथियार तैयार कर रहा था. इसकी वजह से यह वायरस फैला है. इसलिए हर्जाने की मांग की गई है. आरोप लगाया गया है कि अमेरिका के नागरिको को मारने और बीमार करने की साजिश रची गई है.
चीन पर लगा गंभीर आरोप
उनका आरोप है कि वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी दवारा यह वायरस जान बूझकर छोड़ा गया है. चीन ने कोरोना वायरस का निर्माण दुनिया में बड़े पैमाने पर जनसंहार के लिए किया है. अमेरिकी कंपनी ने इस संबंध में ,मीडिया में आई खबरों का भी हवाला दिया है जिसमे कहा गया है कि चीन ने कोरोना वायरस के बारे में इससे जुड़े बयानों को राष्ट्रीय सुरक्षा प्रोटोकॉल का बहाना बनाकर छिपाया है.