नई दिल्ली- केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने रविवार को कहा है कि पीडीएस के तहत 81 करोड़ लाभार्थियों को बांटने के लिए केंद्र सरकार के पास नौ महीने तक का राशन गोदामों में मौजूद है. उन्होंने कहा कि केंद्र के पास 534.78 लाख मिट्रिक टन चावल और गेहूं है, जबकि मासिक जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत आपूर्ति 60 लाख मिट्रिक टन है.
श्री पासवान ने कहा कि अनाज की कोई कमी नहीं है. रबी फसल की बंपर उपज से और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा. हमारा अनुमान है कि हमारे पास दो साल तक के लिए पर्याप्त स्टॉक होगा. हालांकि, लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था को लेकर कई तरह की चिंताओं को जन्म दिया है, मगर गेहूं और चावल जैसे आवश्यक अनाज की कोई कमी है.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार लगातार राज्यों से अपने राशन का कोटा बढ़ाने के लिए कह रही है, क्योंकि यह घोषणा की गई थी कि सभी पीडीएस लाभार्थियों को तीन महीने की आपूर्ति मुफ्त मिलेगी. उन्होंने बताया कि अगर इस लॉकडाउन में खाद्यान्न की आपूर्ति को लेकर कोई समस्या होती, तो यह कहर बन सकता था. इसलिए सबसे बड़ी संतुष्टि और राहत की बात यह है कि सब ठीक हो गया है.
गौरतलब है कि 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद सरकार ने पीडीएस लाभार्थियों के लिए तीन महीने के मुफ्त राशन की घोषणा की थी और उन्हें तीन महीने के लिए अपने सामान्य मासिक कोटे पर ऋण खरीदने की अनुमति भी दी थी. वहीं, अंत्योदय लाभार्थी, जिन्हें परिवार के आकार के मुताबिक प्रति माह 35 किलो खाद्यान्न मिलता है, उसके परिवार में प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम अतिरिक्त खाद्यान्न दिया गया.
उन्होंने कहा कि इन उपायों से यह सुनिश्चित करने में बहुत मदद मिली है कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी भूखा न रहे और इस महामारी से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों को अधिक से अधिक समर्थन मिले. बता दें कि देश में कोरोना का मामला और बढ़ता ही जी रही है. देश में कुल संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 8356 तक पहुंच गई है और अब तक 273 की मौत हो गई है.