नई दिल्ली. कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे संक्रमण के चलते आईपीएल को अनिश्चित समय के लिए टाल दिया गया है. जब सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया था, तभी से इस बात के कयास लगाए जाने लगे थे और बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों ने भी इस बात की जानकारी दी थी. इस जानकारी पर मुहर लगाते हुए भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने बताया कि आईपीएल का 2020 सेशन अनिश्चित समय के लिए टाल दिया गया है. इससे पहले सरकार ने 14 अप्रैल तक के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया था और 15 अप्रैल तक के लिए विदेशी नागरिकों का वीजा भी रद्द कर दिया था. सरकार के इस फैसले के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने 15 अप्रैल तक के लिए इस टूर्नामेंट को टाल दिया था.
क्रिकेट फैंस उम्मीद लगा रहे थे कि यदि 14 अप्रैल तक देश में हालात सुधर जाते हैं तो सरकार लॉकडाउन खत्म कर सकती है या उसमें नरमी बरती जा सकती है और छोटा आईपीएल देखने को मिल सकता है. हालांकि देश के हालातों के देखते हुए अब इसकी कोई उम्मीद नहीं बची है.
आईपीएल को भूल जाएं- गांगुली
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि वो देश के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. सभी एयरपोर्ठ बंद हैं. सभी ऑफिस बंद हैं. लोग घरों के अंदर रहने पर मजबूर हैं. कोई विकल्प नहीं बचा है. खिलाडिय़ों को कैसे भारत लाया जाएगा, कैसे मैच खेले जाएंगे. दुनियाभर में कहीं भी हालात खेल के लायक नहीं हैं. इसलिए आईपीएल को भूल जाना ही बेहतर होगा.
क्या हैं विकल्प.?
सरकार के लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने के बाद अब बीसीसीआई मिनी आईपीएल के बारे में सोच सकती है. इसके अलावा विदेशी खिलाडिय़ों को भी इस टूर्नामेंट से बाहर रखकर मैच खेले जा सकते हैं, पर कोई भी टीम ऑनर इसके पक्ष में नहीं हैं. खाली मैदानों पर भी मैच कराए जा सकते हैं, पर इसके लिए भी देश में हालातों का सुधरना जरूरी है, जबकि अब तक लॉकडाउन के बावजूद देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं.
दिसंबर तक नहीं हो पाएगा टूर्नामेंट
कोरोना वायरस के कहर को दखते हुए आईसीसी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्डकप को भी कैंसिल या स्थगित कर सकता है. यदि ऐसा होता है और तब तक हालात काबू में आ जाते हैं तो आनन फानन में भारतीय क्रिकेट बोर्ड सितंबर के महीने में भी यह टूर्नामेंट करा सकता है. हालांकि, सितंबर के महीने में पहले से ही एशिया कप खेला जाना है और पाकिस्तान की टीम किसी भी सूरत पर एशिया कप की जगह आईपीएल कराने पर राजी नहीं होगी. जुलाई में भी आईपीएल खेले जाने की बातें हो रही हैं. हालांकि भारत में जुलाई और अगस्त के महीने में जमकर बारिश होती है. ऐसे में यह टूर्नामेंट भारत की बजाय किसी दूसरे देश में कराना होगा. इसकी संभावनाएं भी काफी कम दिखाई देती हैं. इसके बाद अक्टूबर और नवंबर के महीने में टी-20 वर्ल्डकप खेला जाना है.
पीसीबी ने पहले ही दी चेतावनी
भारत में एशियाकप की जगह आईपीएल कराने की बातें शुरू ही हुई थी कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले पर अपना रुख साफ कर दिया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि वह एशिया कप की जगह आईपीएल कराने पर कभी तैयार नहीं होगा. गौरतलब है कि आईपीएल में पाकिस्तान के अलावा दुनिया के सभी देशों से खिलाड़ी आते हैं और खेलते हैं. पर पाकिस्तान के खिलाडिय़ों को इस लीग से कोई फायदा नहीं होता है. इसी वजह से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इसका विरोध कर रहा है.
आईपीएल रद्द हुआ तो 3 हजार करोड़ का नुकसान
बीसीसीआई के एक अधिकारी के मुताबिक अगर इस टूर्नामेंट को रद्द किया जाता है तो 3 हजार करोड़ का नुकसान होगा. इसलिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड इसे अनिश्तितकाल के लिए टाल सकता है, पर इस टूर्नामेंट को रद्द होने से बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी. इस टूर्नामेंट से भारत की अर्थव्यवस्था में भी असर पड़ेगा. लगभग 2 महीने तक रोजाना मैच होने से विदेशी पर्यटक भी भारत में आते हैं और देश के लोग भी मैच देखने के लिए ट्रेवल करते हैं और दूसरी जगहों पर भी घूमते हैं. इसके साथ टूर्नामेंट ना होने पर खिलाडिय़ों को बड़ा नुकसान होगा.
खाली स्टेडियम में भी खेलने को तैयार हैं खिलाड़ी
में सभी 8 टीमों के लिए 64 विदेशी खिलाड़ी खेलते हैं और इनके बिना फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट कराने पर राजी नहीं हैं. हालांकि मैक्सवेल और पैट कमिंस जैसे खिलाड़ी खाली मैदानों पर भी मैच खेलने के लिए तैयार हैं. सरकार ने 3 मई तक सभी तरह की इंटरनेशनल उड़ानों पर रोक लगा दी है, इस वजह से 3 मई तक कोई भी विदेशी खिलाड़ी भारत नहीं आ पाएगा. इसके बाद भी हालात सामान्य होने में समय लगेगा और मई के महीने में भी आईपीएल का शुरू होना मुश्किल नजर आ रहा है.