भोपाल. मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार 9 मई की देर रात बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करते हुए 50 अफसरों के विभाग बदल दिए. पिछले कई सालों से बड़े विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे राजेश राजौरा, पी. नरहरि, जेएन कंसोटिया, मनु श्रीवास्तव को लूप लाइन में भेज दिया गया है. इस प्रशासनिक सर्जरी इकबाल सिंह के समर्थक अफसरों को कई बड़े विभाग मिले हैं.
शिवराज सिंह चौहान के चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है. वहीं अनुपम राजन को उच्च शिक्षा के साथ-साथ जनसंपर्क विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरि को जनसंपर्क विभाग से हटाकर सहकारी विपणन संघ का एमडी बनाया है और नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. नीरज मंडलोई को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं संजय दुबे को नगरीय विकास विभाग से हटाकर ऊर्जा विभाग, संजय शुक्ला को उद्योग और नीतेश व्यास को नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.
अब तक शिवराज सरकार में लूप लाइन में रहे अशोक शाह को महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है. कांग्रेस सरकार में भोपाल कमिश्नर रहीं कल्पना श्रीवास्तव को उद्यानिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. सूत्रों के मुताबिक इस प्रशासनिक फेरबदल में सियासी दखल कम है, जबकि मुख्य सचिव की पसंद को तरजीह दी गई है.
रेड्डी को भेजा राजस्व मंडल कांग्रेस सरकार मुख्य सचिव बनाए गए एम गोपाल रेड्डी को लूप लाइन माने जाने वाले राजस्व मंडल का अध्यक्ष बनाकर ग्वालियर भेज दिया गया है. शिवराज की पिछली सरकार में भी उन्हें वहीं पदस्थ किया गया था. वहीं आबकारी आयुक्त राजेश बहुगुणा को भी राजस्व मंडल का सदस्य बनाया गया है. वहीं प्रमुख पल्लवी जैन गोविल को भी स्वास्थ्य विभाग से हटाकर आदिम जाति कल्याण विभाग भेजा गया है.