पुणे। पतंग का शौक और उस पर चाइनीज मांझा आज के दौर में लोगों की जिन्दगी के लिए खतरा बनते जा रहे हैं पतंग के मांझे को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं। इससे कई पक्षियों के घायल होने के साथ ही कई बार लोगों की जान पर बन चुकी है। । जिसके उदाहरण जब तब देखने को मिलते ही रहते है ऐसा ही एक ताजा मामला अब पुणे का है, जहां कटी हुई पतंग के मांझे से गला कट जाने के कारण 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई।
बताया जाता है कि सुवर्णा मजूमदार साकाल अखबार की मार्केटिंग एंड एडवर्टाइजिंग एक्जीक्यूटिव थीं। वह बुधवार शाम करीब छह बजे ऑफिस से अपने घर जा रही थीं। इस दौरान रास्ते में उन्होंने अपने गले में कुछ कस रहा है। उनके पीछे बैठे एक सहकर्मी ने देखा कि पतंग का धागा उनके गले में लिपटा था, जिसे वह निकालने की कोशिश कर रही थीं।
इससे पहले कि वह कुछ समझ पातीं, वह बेहोश होकर गिर गईं। उनके गले से काफी खून निकल रहा था। सहकर्मी ने ऑफिस में फोन करके मामले की जानकारी दी और मजूमदार को सूर्या अस्पताल ले जाया गया। बाद में महिला को पूना अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका ऑपरेशन किया गया था। मजूमदार का काफी खून बह गया था उसे उसे आठ बोतल खून की जरूरत थी।
शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक प्रभाकर शिंदे ने कहा कि मजूमदार की गर्दन पर तीन इंच गहरी चोट लग गई थी। उनका काफी खून बह गया था और गर्दन के पास की नसें कट गई थीं। खून का बहाव उनके सिर में नहीं हो रहा था और शनिवार को उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।
शिंदे ने कहा कि जिस मांझे से मजूमदार की मौत हुई है, उस पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक प्रतिबंध लगा हुआ है। हमने भारतीय दंड संहिता की धारा 304 और 304 (ए) के तहत अपराध दर्ज किया है। हम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच कर रहे हैं और कुछ बच्चों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। हम इन मांझों को बेचने वाली दुकानों में भी जाएंगे और उनके खिलाफ भी एक केस दर्ज करेंगे।