लखनऊ. लॉकडाउन में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अपने घरों को लौट रहे प्रवासी श्रमिक ट्रेन की लेटलतीफी और जरूरी सुविधाओं के न मिलने पर अपना गुस्सा ट्रेन और स्टेशन पर उतार रहे हैं. शनिवार को बेंगलुरू से बिहार के दरभंगा जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने हंगामा किया. उन्नाव, सोनिक और अजगैन स्टेशनों पर तोडफ़ोड़ भी की. यात्रियों का आरोप है कि ट्रेन को जगह-जगह काफी देर तक रोका जा रहा है. साथ ही ट्रेन में न तो खाने की व्यवस्था है, न ही पानी की. वाराणसी से आगे चंदौली में तो यात्रियों ने पानी ही लूट लिया.
स्टेशन पर की तोडफ़ोड़
उन्नाव में श्रमिक स्पेशल ट्रेन में अव्यवस्थाओं से भड़के यात्रियों ने तीनों स्टेशनों पर स्टेशन मास्टर कक्ष, डाउन लाइन पर खड़ी गाडिय़ों के शीशे तोड़ दिए. स्टेशन पर यात्रियों को बैठने के लिए लगी बेंच, नलों की टोटियां भी तोड़ीं. पथराव होता देख जीआरपी व आरपीएफ के सिपाही जान बचाकर भागे. इस घटना से रेलवे कर्मियों में भगदड़ मच गई. 07387 श्रमिक स्पेशल ट्रेन बेंगलुरू से बिहार के दरभंगा जा रही थी. ट्रेन को उन्नाव जिले में रोका गया था. ट्रेन रुकते ही आक्रोशित यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. जिसके बाद यात्रियों को शांत कराकर ट्रेन को रवाना किया गया.
चंदौली स्टेशन पर हुई लूट-
उधर, चन्दौली के पीडीडीयू जंक्शन (मुगलसराय) पर शनिवार 23 मई की सुबह श्रमिक एक्सप्रेस में सवार लोगों ने सैकड़ों बोतल पानी लूट लिया. रेल प्रशासन ने प्रति श्रमिक एक बोतल पानी व खाने का पैकेट का प्रबंध किया था, लेकिन श्रमिकों ने ट्रेन के खड़ी होते ही लूटपाट शुरू कर दी. इससे अधिकारी व कर्मचारी परेशान हो गए.
पीडीडीयू जंक्शन पर स्पेशल ट्रेनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए हजारों की संख्या में पानी की बोतल व खाने पीने का पैकेट स्टोर किया जा रहा था. ट्रेनों के पहुंचने पर प्रति यात्री एक बोतल पानी व खाने का पैकेट दिया जा रहा था. शनिवार की सुबह सवा आठ बजे सीएसटी से चलकर बेतिया जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म संख्या दो पर पहुंची. ट्रेन के पहुंचते ही श्रमिक स्टोर किए पानी के बोतल पर टूट पड़े.
विभागीय कर्मचारी व सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते, श्रमिकों ने सैकड़ों बोतल पानी लूट लिया. सीनियर डीसीएम रूपेश कुमार ने बताया कि समुचित खाने पीने की व्यवस्था करने के बाद भी श्रमिक मनमानी कर रहे हैं.