आगरा. शुक्रवार शाम आए आंधी-तूफान से उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में भारी नुकसान हुआ है. विश्व के अजूबों में शामिल इमारत ताजहमल के भी कुछ हिस्से तूफान में क्षतिग्रस्त हो गए.
आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने बताया है कि हाल ही में कुछ मरम्मत की गई थी जो तूफान में गिर गई. इसे जल्दी ही ठीक कर दिया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, तूफान में ताजमहल के मुख्य स्मारक पर यमुना की ओर लगी लोहे की पाइप के गिरने से संगमरमर की रेलिंग टूट गई. पश्चिमी गेट के बरामदे में नुकसान पहुंचा है. सिदंकर मोमरियल को भी नुकसान हुआ है. मुख्य स्मारक परिसर में लगे हुए कई पेड़ भी हवा से उखड़ गए.
तूफान से पहले भी ताजमहल को नुकसान हो चुका है. 2018 में एक ही महीने में दो बार पिलर और पत्थर गिरे थे. 2018 में हवाओं की रफ्तार 132 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से थी. उस वक्त भी ताजमहल के रॉयल गेट और गुलदस्ता पिलर को नुकसान पहुंचा था. आंधी से सरहिंदी बेगम, फतेहपुरी बेगम के मकबरों में भी गुलदस्ता पिलर गिर गए थे.
आगरा में शुक्रवार शाम करीब 124 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आए तूफान के साथ बारिश और ओले भी गिरे. इससे हुए हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई. सैकड़ों पेड़, बिजली के पोल, होर्डिंग्स जमीन पर आ गिरे. कई कारें भी पूरी तरह नष्ट हो गईं. आगरा के अलावा आसपास के इलाकों की भी बिजली चली गई.
तूफान में कई मकान भी ढह गए. जिन तीन लोगों की हादसों में मौत हुई है, उनमें एक एक बच्ची भी है. वहीं 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. कई जगहों पर खंभे गिरने और तार टूटने से बिजली आपूर्ति में भी परेशानी आई. लोगों में तूफान से दशहत का माहौल बना रहा.