नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की गलवान घाटी में 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद से ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. राहुल गांधी ने अब एक बार फिर ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत माता की धरती पर चीन ने कब्जा कर लिया है. राहुल ने ट्वीट किया है कि- प्रधानमंत्री ने कहा- ना कोई देश में घुसा, ना ही हमारी ज़मीन पर किसी ने कब्ज़ा किया, लेकिन सैटेलाइट फोटो साफ दिखाती हैं कि चीन ने पैंगोंग झील के पास भारत माता की पावन धरती पर कब्ज़ा कर लिया है.
बता दें पीएम मोदी ने शुक्रवार को हुई सर्वदलीय बैठक में कहा था कि हमारी सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई है. न ही कोई हमारे क्षेत्र में घुस आया है, साथ ही हमारी कोई भी पोस्ट किसी ने नहीं कब्जाई है. उन्होंने कहा कि इस समय हमारे पास ऐसी क्षमताएं हैं कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन के ऊपर नहीं देख सकता. पीएम के इस बयान के बाद से ही राहुल गांधी लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं.
राहुल गांधी ने रविवार 21 जून को उन पर तंज कसते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी वास्तव में सरेंडर मोदी हैं. राहुल ने एक ट्वीट में यह कहा, जिसमें उन्होंने एक विदेशी प्रकाशन के आलेख को भी संलग्न किया है. उसका शीर्षक है भारत की चीन के प्रति तुष्टीकरण की नीति का खुलासा हुआ. उन्होंने ट्वीट किया, नरेंद्र मोदी वास्तव में सरेंडर मोदी हैं.
राहुल ने प्रधानमंत्री पर लगाया था ये आरोप
इससे पहले, लद्दाख मामले पर सरकार से लगातार सवाल कर रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री ने चीनी आक्रामकता के आगे भारतीय भू-भाग चीन को सौंप दिया है. इससे पहले, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के सर्वदलीय बैठक में दिए गए बयान को लेकर ट्वीट किया था, प्रधानमंत्री ने चीनी आक्रामकता के आगे भारतीय भू-भाग चीन को सौंप दिया है. अगर भूमि चीन की थी तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए? वे कहां मारे गए. भारत-चीन सीमा पर स्थिति के बारे में चर्चा करने के लिए शुक्रवार को हुई सर्वदलीय बैठक पर सरकार ने एक बयान में कहा, शुरू में ही प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया था कि न तो वहां हमारी सीमा में कोई घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई चौकी किसी दूसरे के कब्जे में है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने शनिवार को कहा कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई टिप्पणियों की शरारतपूर्ण व्याख्या करने के प्रयास किए जा रहे हैं.