- ओलावृष्टि और बारिश से प्रभावितो को दें तत्काल राहत
- 50 करोड़ रुपये की राशि तुरंत जारी की जाये
- लापरवाही बरतने वाले जिलाधिकारियों को चेतावनी जारी
- किसानों पर लाठीचार्ज या किसी प्रकार बल प्रयोग नहीं करें
- किसानों की बात संवेदनशीलता के साथ सुनी जाये
लखनऊ। अपने तकरीबन 11 महीने के कार्यकाल में संभवतः पहली बार मुख्यमंत्री योगी अपने उस स्वभाविक रूप में नजर आये जिसके लिए वह न सिर्फ जाने जाते हैं बल्कि जनता में बखूबी पहचाने भी जाते हैं। गौरतलब है कि पूरी तरह से एक्शन में आते हुए मुख्यमंत्री ने ओलावृष्टि और बारिश से प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री ने 50 करोड़ रुपये की राशि तुरंत जारी करने को भी कहा है।
इतना ही नही उन्होंने सूचना देने में लापरवाही बरतने वाले जिलाधिकारियों को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि औऱ बारिश से पीडितों को मदद उपलब्ध कराने में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जायेगी। बुंदेलखंड के महोबा, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट सहित 15 जिलों में ओलावृष्टि और बारिश से नुकसान की सूचना है।
वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर जालौन में बिजली गिरने से मौत पर तत्काल 4 लाख रुपये जारी करने के आदेश दिए गए हैं। बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी है कि बुंदेलखंड के 3.25 लाख गांव प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना में कवर हैं।
इसके अलावा पशुहानि और मकानों को नुकसान पर भी तुरंत राहत देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव गृह औऱ डीजीपी को निर्देश दिए कि सामान्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज या किसी प्रकार बल प्रयोग नहीं करें। डीएम, एसपी और अन्य स्थानीय अधिकारी ऐसे मौकों पर संवाद से समाधान निकालें। किसानों की बात संवेदनशीलता के साथ सुना जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज और गोली अपराधियों के लिए है. आंदोलनकारियों, प्रदर्शन करनेवालों से अधिकारी संवाद करें और ज्ञापन लेकर उन्हें आश्वस्त करें. वहां अगर समस्या का समाधान न निकले तो शासन को अवगत कराएं. उन्होंने लोगों से भी अपील की कि वे अपनी बात शांतिपूर्वक रखें और कानून हाथ में न लें.