जयपुर. राजस्थान में सियासी संकट गहराता जा रहा है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों के दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात करने की खबरों के बाद जयपुर में हलचल तेज हो गई है. प्रदेश सरकार में मंत्री और कांग्रेस के कई विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने उनके आवास पर पहुंचना शुरू हो गए हैं. सचिन पायलट की कथित नाराजगी और सरकार पर संभावित खतरे को देख सीएम हाउस में गतिविधियां तेज हो गई हैं.
पायलट प्रकरण से कांग्रेस की अंदरूनी सियासत गरमा गई है. एसओजी की एफआईआर और पूछताछ की चिट्ठी के बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की नाराजगी बढ़ गई है. हालांकि एसओजी ने सीएम को भी ऐसी चिट्ठी भेजी है. लेकिन अब पायलट हाईकमान से मिलकर अपना पक्ष रखना चाहते हैं. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को एसओजी ने पूछताछ के लिए धारा 160 के तहत पूछताछ का नोटिस भेजा है. इसमें एसओजी ने सरकार गिराने के षड्यंत्र के मामले में पूछताछ करने की बात कही है.
वहीं बताया जा रहा है कि करीब 20 विधायक सचिन पायलट के संपर्क में हैं. जिसमें 16 विधायक दिल्ली-एनसीआर में अलग-अलग जगह पर ठिकाना बनाए हुए हैं. सचिन पायलट देर रात दिल्ली से जयपुर के लिए निकले थे, लेकिन राजस्थान नहीं पहुंचे. जिसके बाद ना ही पार्टी और ना मीडिया, और न किसी को भी सचिन पायलट की लोकेशन का पता है. कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के अनुसारन अभी किसी नाराज विधायक ने मुझसे या हाईकमान से मुलाकात के लिए समय नहीं मांगा है. अगर किसी विधायक या नेता की कोई शिकायत है तो वो मुझसे या हाईकमान से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं.