कानपुर. पुलिस की जांच में विकास दुबे, उसकी पत्नी, पिता समेत परिवार के छह लोगों के नाम से असलहा लाइसेंस जारी था. सभी ने अपने अपराध छिपाकर 3 लखनऊ और 3 लाइसेंस कानपुर से बनवाए गए थे. पुलिस ने इन सभी असलहों को निरस्त करने की संस्तुति की है. इस बात की जांच की जा रही है कि इतने मुकदमे दर्ज होने के बावजूद विकास और उसके परिवार के नाम छह लाइसेंस कैसे जारी हो गए.
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि जांच में विकास दुबे, पत्नी ऋचा, पिता रामकुमार, भाई दीपू दुबे, अंजलि दुबे और नौकर दयाशंकर के नाम से शस्त्र लाइसेंस जारी हुए हैं. इनमें से ऋचा, दीपू और अंजलि का लखनऊ से शस्त्र लाइसेंस बना है. एसएसपी के मुताबिक विकास दुबे, राम कुमार और दयाशंकर के लाइसेंस कानपुर से बने थे. इन सभी शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी गई है. इसके साथ ही यह भी जांच की जा रही कि अपराधिक बैकग्राउंड होने के बाद भी परिवार में छह शस्त्र लाइसेंस कैसे बन गए थे. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अपराधी और उसके परिवार के पास छह शस्त्र लाइसेंस होने के मतलब नियमों को ताक पर रखकर सभी काम किए गए हैं.
2004 में विकास का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था : विकास दुबे को कलेक्ट्रेट से भी मदद मिल रही थी. 2004 में उसकी राइफल का लाइसेंस निरस्त कर रिपोर्ट थाने भेजी गई लेकिन असलहा उसके पास ही रहा. बड़ा सवाल यह है कि उसकी फाइल दबाने में मदद की थी. एसआईटी इस बिन्दु पर भी जांच करेगी. एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि 2004 के लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट थाने के रजिस्टर में दर्ज नहीं पाई गई. उस समय के डिस्पैच और रिसीविंग रजिस्टर के मिलान के बाद स्थिति साफ हो सकती है.
डीएम कोर्ट ने सभी को जारी किया स्पष्टीकरण का नोटिस : जिलाधिकारी कोर्ट ने विकास दुबे के भाई समेत बिकरू के 10 असलहा लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं. सभी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. 20 जुलाई तक संतोषजनक जवाब न देने पर लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है. बिकरू गांव में कुल 14 लोगों के पास असलहा लाइसेंस हैं. दो जुलाई की घटना के बाद सभी की छानबीन चल रही है. पुलिस ने विकास दुबे के भाई, पूर्व जिला पंचायत सदस्य समेत 10 लोगों के लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट डीएम कोर्ट को भेजी दी है. जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि कोर्ट की प्रक्रिया चल रही है.
इनके लाइसेंस निलंबित : विकास दुबे का भाई दीपक दुबे, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रीता दुबे, रामचंद्र, नीरज कुमार, सत्येंद्र कुमार, रवींद्र, रमेश चंद्र, श्रीकांत शुक्ला, राकेश कुमार और छोटे बऊवा.
दयाशंकर के लाइसेंस की रिपोर्ट नहीं भेजी : विकास दुबे का दाहिनी हाथ रहे बिकरू कोटेदार दयाशंकर उर्फ कल्लू समेत तीन लोगों के असलहा लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट अब तक पुलिस ने डीएम कोर्ट को नहीं भेजी है. प्रधान व विकास दुबे के भाई की पत्नी अंजलि दुबे की रिपोर्ट आ गई है. उनका लाइसेंस भी निलंबित करके नोटिस दिया जाएगा.