नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में लगातार जारी है. बड़ी संख्या में देश और लोग इसके संक्रमण की जद में आ रहे हैं. हालांकि इस बीच राहत की बात यह है कि रूस ने कोविड 19 के इलाज के लिए जो वैक्सीन तैयार की है, उसका उत्पादन भी अब शुरू हो गया है. यह जानकारी रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है.
गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को ही इस बात का ऐलान किया था कि कोरोना वायरस के इलाज के लिए दुनिया की पहली वैक्सीन रूस ने बना ली है. बड़ी बात यह भी रही कि रूस ने इसका नाम अंतरक्षि सैटेलाइट स्पूतनिक वीके नाम पर रखा है. इसके साथ ही रूस से स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशकों ने यह भी कहा कि रूस पहले अपने नागरिकों को वैक्सीन लगाने के बाद इसे दूसरे देशों को भी देगा. साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि वैक्सीन की प्रभावशीलता पर संदेह करना ठीक नहीं है.
हालांकि अमेरिका समेत कई देश रूस की स्पुतनिक वी नाम की वैक्सीन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं और सवाल खड़े कर रहे हैं. इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी रूस की वैक्सीन को अभी तक मंजूरी नहीं दी है. संगठन का कहना है कि रूस की वैक्सीन को अभी कड़े सुरक्षा जांच से गुजरने की जरूरत है. इधर रूस का कहना है कि गामलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से तैयार वैक्सीन की पहली खेप का उत्पादन पूरा कर लिया है. इससे पहले रूस की ओर से जानकारी दी जा चुकी है कि वैक्सीन के व्यापारिक उद्देश्यों के लिए सितंबर से उत्पादन शुरू किया जाएगा.
बता दें कि दिसंबर या जनवरी से रूस हर महीने 50 लाख वैक्सीन की खुराक का उत्पादन कर सकता है. रूस प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई थी कि देश में बनाई गई वैक्सीन को पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिया जाएगा और इसके बाद स्वैच्छिक लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी.
रूस ने इस बात की भी जानकारी दी कि भारत समेत 20 देशों ने रूस से वैक्सीन खरीदने की इच्छा जताई. गौरतलब है कि दुनिया में कोरोना का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, दुनियाभर में मरने वाले लोगों की संख्या 7.70 लाख से ज्यादा हो गई है तथा 2.13 करोड़ से अधिक लोग अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं.