विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि उत्तर प्रदेश पहली विधानसभा है जिसने कोरोना महामारी के बीच सदन का संचालन हुआ। सभी विधायकों,अधिकारियों व कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया।
विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित होने के बाद अध्यक्ष ने कहा कि हम पहली विधानसभा हैं, जहां सदन के भीतर भौतिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए हमने अपने सदस्यों को दर्शक दीर्घा तक में बैठाने का प्रबन्धन किया। उत्तर प्रदेश विधानसभा ने इस बीच अपने 5 वर्तमान सदस्य और 22 पूर्व सदस्य खोए हैं। नियम-56 में 18 सूचनाएं प्राप्त हुईं। इनमें से 10 को हमने सरकार के ध्यान आकर्षित करने के लिए भेज दिया। नियम-301 ध्यानाकर्षण के तहत कुल 92 सूचनाएं प्राप्त हुई थीं। हमने सभी 92 सूचनाएं स्वीकार कीं। हमने 27 विधेयक पारित किये जो एक रिकार्ड है। वर्चुअल हिस्सेदारी करने की व्यवस्था करने वाली भी हम पहली विधान सभा है। और वर्चुअल भागीदारी के लिए अध्येता ब्रिटेन और कनाडा का स्मरण करते है। हमारी विधानसभा के 33 सदस्यों ने वर्चुअल उपस्थिति प्रकट की है। विधान सभा सचिवालय के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे के नेतृत्व में इस विशेष सत्र के आयोजन में विषम परिस्थिति में पूरा सहयोग किया है।