नई दिल्ली. टीवी पत्रकार और रिपब्लिक टीवी के मैनेजिंग डायरेक्टर अर्नब गोस्वामी और फिल्म एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ लाए गए विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव को महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है. अर्नब गोस्वामी पर उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाते हुए शिवसेना की मनीषा कायंदे ने विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया, जबकि कंगना के खिलाफ कांग्रेस विधायक अशोक (भाई) जगताप ने मुंबई को लेकर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया.
जिसे रामराजे नाइक ने स्वीकार किया. उन्होंने कहा, मैंने विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव को स्वीकार किया है. इसके लिए समिति न होने की वजह से मैं ही आज इस प्रस्ताव पर फैसला करने जा रहा हूं. मनीषा कायंदे ने कहा कि गोस्वामी अक्सर टीवी डिबेट के दौरान मंत्रियों, लोकसभा और विधानसभा सदस्यों का अपमान करते रहे हैं. अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में कई लोगों के खिलाफ निराधार आरोप भी गोस्वामी ने लगाए हैं. उन्होंने कहा, स्वतंत्र मीडिया के नाम पर, वह मुख्यमंत्री, पवार साहब और अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों की छवि को खराब कर रहे हैं. हम इसकी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि सदन उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करें.
पाकिस्तान वाले बयान पर बीएमसी ने भी भेजा कंगना को नोटिस
दरअसल, बीते दिनों कंगना रनौत ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके से की थी. कंगना ने ट्विटर पर लिखा था, संजय राउत ने मुझे खुलेआम धमकी दी है और मुंबई नहीं आने को कहा है. मुंबई की गलियों में आजादी के भित्ति चित्र और अब खुली धमकी, मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर जैसी फ़ीलिंग क्यों दे रहा है?