मुंबई. मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से करने के पर जारी विवाद के बीच बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने बुधवार को बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बांद्रा स्थित ऑफिस पर तोडफ़ोड़ की. इस मामले में कंगना की तरफ से बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर किया गया है, जिस पर कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है.कंगना की याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक्ट्रेस की संपत्ति पर बीएमसी की तोडफ़ोड़ पर रोक लगा दी हैं. कोर्ट ने नागरिक निकाय ने अभिनेता की याचिका पर जवाब दिया है.
भले की कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी हो, लेकिन फिर भी इससे पहले ही बीएमसी एक्ट्रेस के ऑफिस में अंदर तक काफी ज्यादा तोडफ़ोड़ कर चुकी है. कंगना ने बीएमसी की कार्रवाई को लेकर कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने कहा कि यह एक इमारत (ऑफिस) नहीं, राम मंदिर है, आज वहां बाबर आया है. अभिनेत्री ने ट्वीट कर कहा कि मणिकर्णिका फिल्म्ज में पहली फिल्म अयोध्या की घोषणा हुई, यह मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहां बाबर आया है.
आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा, जय श्री राम. दरअसल सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद मुंबई पुलिस पर टिप्पणी करने को लेकर कंगना की शिवसेना से तीखी जुबानी जंग चल रही है. कंगना ने मुंबई की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से तुलना की थी, जिसके बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने अभिनेत्री से कथित रूप से शहर नहीं लौटने तक को कहा था.